ये बोले जिलाध्यक्ष
कांग्रेस जिलाध्यक्ष दुष्यंत शर्मा ने कहा कि ये तो दो मंत्रियों के बीच की बात है, हाल में देखा जाए, तो देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच की भाषा ही एक नहीं हो पा रही है। उन्होंने कहा कि समाजहित में शराबबंदी होनी चाहिए। सरकार को अब विकास के मुद्दों पर काम करना चाहिए। विकास के रास्ते खुलने चाहिए। क्योंकि जनता अब विकास चाहती है।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष दुष्यंत शर्मा ने कहा कि ये तो दो मंत्रियों के बीच की बात है, हाल में देखा जाए, तो देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच की भाषा ही एक नहीं हो पा रही है। उन्होंने कहा कि समाजहित में शराबबंदी होनी चाहिए। सरकार को अब विकास के मुद्दों पर काम करना चाहिए। विकास के रास्ते खुलने चाहिए। क्योंकि जनता अब विकास चाहती है।
बयानबाजी तक नहीं रहें सीमित
प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष उपेन्द्र सिंह ने बताया कि पहले तो उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री तय कर लें, कि उत्तर प्रदेश में शराबबंदी होनी चाहिए या फिर नहीं। शराबबंदी को लेकर मंत्री ओमप्रकाश राजभर और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य में आपस में ही ठनी हुई है। शराब एक समाजिक बुराई है और इस पर रोक लगनी चाहिए, लेकिन सरकार के अंदर ये करने की इच्छाशक्ति नहीं है। ये मामला सिर्फ बयानबाजी तक ही सिमट कर रह जाएगा।
प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष उपेन्द्र सिंह ने बताया कि पहले तो उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री तय कर लें, कि उत्तर प्रदेश में शराबबंदी होनी चाहिए या फिर नहीं। शराबबंदी को लेकर मंत्री ओमप्रकाश राजभर और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य में आपस में ही ठनी हुई है। शराब एक समाजिक बुराई है और इस पर रोक लगनी चाहिए, लेकिन सरकार के अंदर ये करने की इच्छाशक्ति नहीं है। ये मामला सिर्फ बयानबाजी तक ही सिमट कर रह जाएगा।
इसलिए होनी चाहिए शराबबंदी
कांग्रेस नेता हाजी अबरार ने बताया कि शराब समाज के लिए मुसीबत है। शराब के चलते न जाने कितनी माताओं और बहनों के परिवार समाप्त हो चुके हैं। नैतिकता के आधार पर उत्तर प्रदेश में कोई काम नहीं हो रहा है। शराबबंदी सरकार नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में जमकर नशाखोरी हो रही है। लाइसेंस देकर जगह जगह हुक्का बार खोल दिए गए हैं, जिसमें स्कूल के बच्चे छोटी सी उम्र में ही नशे का शिकार हो रहे हैं।
कांग्रेस नेता हाजी अबरार ने बताया कि शराब समाज के लिए मुसीबत है। शराब के चलते न जाने कितनी माताओं और बहनों के परिवार समाप्त हो चुके हैं। नैतिकता के आधार पर उत्तर प्रदेश में कोई काम नहीं हो रहा है। शराबबंदी सरकार नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में जमकर नशाखोरी हो रही है। लाइसेंस देकर जगह जगह हुक्का बार खोल दिए गए हैं, जिसमें स्कूल के बच्चे छोटी सी उम्र में ही नशे का शिकार हो रहे हैं।