डॉ. नरेंद्र मल्होत्रा का कहना है कि गर्मियों के महीनों में गर्भवती होने से आपको अधिक थकावट और गर्मी महसूस हो सकती है। गर्भवती महिला के शरीर का तापमान आम तौर पर सामान्य से अधिक होता है और बाहरी गर्मी से उन्हें अधिक निर्जलित और असुविधाजनक महसूस हो सकता है। यदि बाहरी तापमान बहुत गर्म है, तो आपको घर के अंदर रहने और अपने शरीर को शांत रखने की जरूरत है। शरीर का तापमान नीचे लाने के लिए आप अपने शरीर और माथे पर एक नम कपड़े का उपयोग कर सकती हैं। यदि आप बहुत अधिक पसीना बहा रहे हैं, तो सुनिश्चित करें कि आप बहुत पानी पीते हैं और कभी-कभी ओआरएस को हाइड्रेटेड रखने के लिए और पसीना में खो गए इलेक्ट्रोलाइट्स को बदलने के लिए पीते रहना चाहिए।
इतना ही नहीं गर्मी के दौरान आपको अपनी त्वचा का भी ध्यान रखना होगा क्योंकि गर्भावस्था के दौरान आपकी त्वचा सूरज की तपिश से होने वाली क्षति के लिए अतिसंवेदनशील होती है। गर्भवती महिला की त्वचा पहले से ही खिंची हुई होती है, गर्मी से इसमें सूखापन बढ़ सकता है। इससे आपको खुजली का अनुभव होगा। तो कुछ मॉस्चराइजर्स का इस्तेमाल सुनिश्चित करें।
गर्मी में हमेशा ठंडा खाने-पीने का मन करता है लेकिन गर्भावस्था के दौरान ज्यादा ठंडी चीजें खाने से सूजन की समस्या हो सकती है। गर्भवती गर्मी के दौरान क्या करें, क्या न करें
– आरामदायक और ढीले कपड़े पहनें।
– हमेशा अपने साथ पानी रखें और जब भी प्यास लगे पीएं।
– कॉफी और चाय से बचें।
– नमकीन और मसालेदार भोजन से परहेज करें, यह आपको अधिक प्यास महसूस कराता है।
– बाहरी गतिविधि को दोपहर में न्यूनतम रखें और शाम को बाहर जाएं, जब तापमान कम हो जाए।
– निर्जलीकरण जैसे सिरदर्द, कमजेारी, थकान की पहली निशानी पर घर के भीतर जाएं, पानी पिएं, इलेक्ट़्रोलाइट पिएं और लेट जाएं। यदि आप अच्छा महसूस नहीं करते हैं तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।