भाजपा जिलाध्यक्ष पर बरसाईं अंधाधुंध गोलियां
भाजपा से की थी राजनीति की शुरुआतमनोज दीक्षित (Manoj Dixit) ने अपने राजनीतिक कॅरियर की शुरुआत भारतीय जनता पार्टी से की थी। इसके बाद वे कुछ समय बसपा का हिस्सा रहीं। फिर कांग्रेस का हाथ थाम लिया। मनोज बाह के नहटौली गांव की रहने वाली हैं। वे राजस्थान में प्रदेश महिला कांग्रेस की सचिव के तौर पर काम कर चुकी हैं। माना जा रहा है कि जिलाध्यक्ष का पद, राजस्थान में उनके द्वारा किए गए काम का इनाम है।
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तमाम चुनौतियों से निपटना होगाआगरा में कांग्रेस का संगठनात्मक ढांचा मजबूत करने के लिए मनोज दीक्षित को तमाम चुनौतियों से निपटना होगा। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव, फिर नगर निकाय चुनाव में हारने के बाद जिले में कांग्रेस की हालत खस्ताहाल हो गई थी। लोकसभा चुनाव 2019 में राज बब्बर से एक उम्मीद जागी थी। लेकिन राज बब्बर को भी करारी हार मिलने के बाद पार्टी की हालत और ज्यादा खराब हो गई। ऐसे में अब मनोज दीक्षित को आगरा में बूथ स्तर, ब्लॉक स्तर से लेकर जिला स्तर तक संगठन के ढांचे को फिर से मजबूत करना होगा। इसके लिए पुराने कांग्रेसियों के अलावा तमाम युवाओं को पार्टी से जोड़ना होगा।