आगरा। ताजमहल में असामाजिक तत्वों द्वारा पाकिस्तान जिन्दाबाद के नारे लगाने पर राष्ट्रीय बजरंग दल के पदाधिकारी मॉल रोड स्थित भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के कार्यालय पहुंच गए। कार्यालय बंद था। इस पर राष्ट्रीय बजरंग दल के पदाधिकारियों ने धरना देने की बात कही। इसके बाद विभाग द्वारा अपना प्रतिनिधि भेज कर ज्ञापन प्राप्त किया।
ताज में धार्मिक गतिविधियों पर रोक लगे इस अवसर पर राष्ट्रीय बजरंग दल के के प्रांत अध्यक्ष सतेंद्र बरुआ ने कहा कि विश्व धरोहर ताजमहल को देखने के लिए दुनिया भर से पर्यटक आगरा आते हैं। पर्यटकों के सामने पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाकर असामाजिक तत्वों द्वारा अपनी जेहादी मानसिकता का परिचय दिया। भारत की संप्रभुता को चुनौती दी है। इससे भारतवर्ष की छवि को धक्का लगा है। लाखों देशवासियों की भावनाओं पर भी कुठाराघात हुआ है। ताजमहल के अंदर समय-समय पर ऐसी घटना सामने आती है, जिससे के भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधिकारियों और कर्मचारियों पर अंगुली उठती है। राष्ट्रीय बजरंग दल की मांग है कि ताजमहल के अंदर किसी भी प्रकार के धार्मिक गतिविधियों पर तुरंत रोक लगाई जाए। उच्चतम न्यायालय के निर्देशों का कठोरता से पालन किया जाए। साथ ही ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को भी रोका जाए। इस घटना में दोषी गुनहगारों को कठोर से कठोर दंड दिया जाए नहीं तो संगठन आंदोलन के लिए बाध्य होगा।
bajrang dal ” src=”https://new-img.patrika.com/upload/2019/04/07/bajrang_dal_4390725-m.jpg”>दशहरा मेला बंद किया उन्होंने कहा कि बरसों पूर्व ताजमहल के पास में ही हिन्दू समाज द्वारा दशहरा मेला का आयोजन किया जाता था, जिसको बाद में प्रतिबंधित कर दिया गया। हिन्दू समाज ने उच्चतम न्यायालय के निर्देशों का सम्मान किया, लेकिन शाहजहां के उर्स के नाम पर जिस प्रकार की गुंडागर्दी और तोड़फोड़ का दृश्य सामने आया है वह अत्यंत निंदनीय है। ज्ञापन देने वालों में प्रमुख रूप से प्रांत उपाध्यक्ष धर्मेंद्र राजपूत, महानगर कार्याध्यक्ष अवधेश पंडित, महानगर मंत्री जितेंद्र राजपूत, मनोज यादव, महानगर छात्र प्रमुख दीपक पांडे, सुनील कुमार, अनुज तोमर, त्रिवेंद्र राघव, रमन बजरंगी, नितिन पचौरी,रमाकांत रघुवंशी, अरुण झा, विशाल तोमर, कान्हा राठौर, प्रदीप कुमार, मोहन चाचा, धर्मेंद्र चौधरी शामिल थे।