भारतीय जनता पार्टी के ट्रांस यमुना कॉलोनी में रहने वाले कार्यकर्ता मनीष चतुर्वेदी ने एक नवंबर को सीएम के पोर्टल पर शिकायत की थी, जिसमें लिखा था कि ‘श्रीमान जी हमारे सांसद रामशंकर कठेरिया नौ साल छह माह से लापता हैं। प्लीज खोजने की कृपा करें’। लखनऊ से ऑनलाइन शिकायत की जांच एसएसपी कार्यालय भेजी गई।
एसएसपी कार्यालय जांच आई, तो वहां से ये जांच हरीपर्वत थाने को दी गई। इंस्पेक्टर हरीपर्वत महेश चंद्र गौतम ने रिपोर्ट लगा दी कि सांसद आवास उनके थाना क्षेत्र में नहीं है और आवेदक भी उनके क्षेत्र में नहीं रहता। इसके बाद इंस्पेक्टर न्यू आगरा को जांच के निर्देश दिए गए।
दीवानी पुलिस चौकी इंचार्ज कृपाल सिंह ने इस मामले में जांच करते हुए 16 नवंबर को रिपोर्ट दी। इस रिपोर्ट में लिखा है कि सांसद रामशंकर कठेरिया के गायब होने के संबंध में दिया गया प्रार्थना पत्र जांच में सही नहीं पाया गया। यह प्रार्थना पत्र राजनीति से प्रेरित होकर दिया गया था। सांसद अपने आवास में हैं। वहीं शिकायत करने वाले भाजपा कार्यकर्ता मनीष चतुर्वेदी ने बताया कि इस प्रार्थना पत्र के माध्यम से अपनी बात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंचाना चाहते थे। चुनाव जीतने के बाद सांसद रामशंकर कठेरिया क्षेत्र में नहीं दिखे हैं। इसलिए उन्होंने प्रार्थना पत्र में लापता बताया था।