यूपी बार काउंसिल की अध्यक्ष दरवेश यादव को गोली उस समय मारी गई, जब उनका सम्मान समारोह चल रहा था। गोली उनके सहयोगी और बेहद घनिष्ठ माने जाने वाले अधिवक्ता मनीष शर्मा ने मारी। दरवेश यादव को लगातार तीन गोलियां मारने के बाद उसने खुद को भी गोली मार ली। विवाद किस बात को लेकर हुआ, ये अन्य अधिवक्ताओं में चर्चा का विषय बना हुआ है। दरवेश यादव को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया, जबकि मनीष शर्मा का उपचार निजी अस्पताल में चल रहा है।
अधिवक्ता रमाशंकर राजपूत ने बताया कि विवाद क्या रहा, इसका पता नहीं चल सका है। आज दीवानी में जब वे आईं, तो घटना से कुछ समय पूर्व उनसे मुलाकात हुई थी। ऐसा कोई विवाद भी नजर नहीं आ रहा था, कि इतनी बड़ी वारदात को अंजाम दिया जाए। अधिवक्ता दुर्गविजय सिंह भैये ने बताया कि घटना काफी निदंनीय है। अभी तक कारण स्पष्ट नहीं हो सका है कि आखिर विवाद क्या था, जबकि दोनों अधिवक्ताओं में बहुत अच्छी मित्रता थी।