यह भी पढ़ें- Uttar Pradesh Assembly Elections 2022: मुस्लिम वोटों को लेकर सियायत तेज, अपने-अपने पाले में करने की होड़ बता दें कि बसपा का प्रबुद्धजन सम्मेलन आरबीएस कॉलेज के राव कृष्ण पाल सिंह ऑडिटोरियम में एक अगस्त को सुबह 11 बजे से शुरू होगा। बसपा के इस सम्मेलन में ब्राह्मण नेताओं को सम्मानित किया जाएगा। इस दौरान ब्राह्मण समाज के साथ हो रहे भेदभाव के मुद्दे को भी उठाया जाएगा। पार्टी के पदाधिकारियों ने सम्मेलन के लिए सभी तैयारियां लगभग पूरी कर ली हैं। अब केवल प्रशासन की अनुमति शेष है। सम्मेलन के जरिये बसपा उन ब्राह्मण नेताओं को साधना चाहती है, जो पूर्व में बसपा में रह चुके हैं, लेकिन फिलहाल सपा और भाजपा में हैं। पार्टी पदाधिकारियों की मंशा है कि ऐसे नेताओं की घर वापसी कराई जाए, ताकि आगामी विधानसभा चुनाव में इसका लाभ उठाया जा सके।
कई नेताओं को बसपा में शामिल करने की तैयारी आगरा में सम्मेलन के जरिये बसपा भी विधानसभा चुनाव का बिगुल फूंकने को तैयार है। पार्टी सूत्रों की मानें तो सम्मेलन में दिल्ली के एक बड़े व्यापारी के साथ कई ब्राह्मण नेताओं को बसपा में शामिल किया जाएगा। पार्टी के वरिष्ठ नेता इसके लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। अब देखने वाली बात ये होगी की बसपा कौन से बड़े ब्राह्मण नेताओं को पार्टी में शामिल कर पाती है। बसपा जिलाध्यक्ष विमल कुमार वर्मा का कहना है कि प्रबुद्धजन सम्मेलन में विपक्षी दलों के कई ब्राह्मण नेता बसपा की सदस्यता लेंगे।
सपा और कांग्रेस की नजर भी ब्राह्मण वोट बैंक पर बसपा के साथ ही सपा और कांग्रेस भी ब्राह्मण समाज के वोट को साधने के लिए पुरजोर कोशिश कर रहे हैं। सपा भी बसपा की तर्ज पर ब्राह्मण सम्मेलन कराने की रूपरेखा तैयार कर रही है। हालांकि अभी सम्मेलन की तारीखों का ऐलान नहीं किया गया है। पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने ब्राह्मण नेताओं की तलाश तेज कर दी है। इसी तरह कांग्रेस भी ब्राह्मण समाज के नेताओं से संपर्क साध रही है।