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मानवता की सेवा करें इस मौके पर राज्यपाल बेबीरानी मौर्य ने कहा- हम भले ही किसी भी राजनीतिक पार्टी में हों, हम किसी भी धर्म को मानते हों, लेकिन सबसे पहले हमें मानवता की सेवा करनी है। सभी धर्म हमें मानवता की सेवा करना सिखाते हैं। जो आगे नहीं बढ़ पा रहा है, उसका हाथ पकड़कर आगे तो लाओ। उसे अपने संग ले जाना तो शुरू करो। हमें ऐसी शिक्षा मिली है और उनका पालन करते हुए आगे बढ़ रहे हैं। हम जो भी कार्य करें, पूरी निष्ठा, मन और लगन के साथ करें।
मानवता की सेवा करें इस मौके पर राज्यपाल बेबीरानी मौर्य ने कहा- हम भले ही किसी भी राजनीतिक पार्टी में हों, हम किसी भी धर्म को मानते हों, लेकिन सबसे पहले हमें मानवता की सेवा करनी है। सभी धर्म हमें मानवता की सेवा करना सिखाते हैं। जो आगे नहीं बढ़ पा रहा है, उसका हाथ पकड़कर आगे तो लाओ। उसे अपने संग ले जाना तो शुरू करो। हमें ऐसी शिक्षा मिली है और उनका पालन करते हुए आगे बढ़ रहे हैं। हम जो भी कार्य करें, पूरी निष्ठा, मन और लगन के साथ करें।
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ईश्वर को न भूलें उन्होंने कहा- अगर हम अपने ईश्वर को भूल जाएंगे तो कार्य नहीं कर पाएंगे। ये कितना बड़ा चमत्कार है कि मैं अमेरिका में थी, मुझे पता भी नहीं था और राज्यपाल बना दी गई। मुझे बधाई दी गई। मुझे लगा ईश्वर है। ईश्वर के चमत्कार हैं। अब हमें लगने लगा है कि सत्य विचलित हो सकता है, लेकिन पराजित नहीं हो सकता। मैं सीख दे रही हूं कि जैसी भी छोटा बड़ा काम जहां भी कर रहे हैं, करते रहें, तभी प्राप्त कर पाएंगे। कभी विचलित मत होगा। बाबा साहब ने जो लक्ष्य दिया है, उस पर निरंतर चलते रहना है।
ईश्वर को न भूलें उन्होंने कहा- अगर हम अपने ईश्वर को भूल जाएंगे तो कार्य नहीं कर पाएंगे। ये कितना बड़ा चमत्कार है कि मैं अमेरिका में थी, मुझे पता भी नहीं था और राज्यपाल बना दी गई। मुझे बधाई दी गई। मुझे लगा ईश्वर है। ईश्वर के चमत्कार हैं। अब हमें लगने लगा है कि सत्य विचलित हो सकता है, लेकिन पराजित नहीं हो सकता। मैं सीख दे रही हूं कि जैसी भी छोटा बड़ा काम जहां भी कर रहे हैं, करते रहें, तभी प्राप्त कर पाएंगे। कभी विचलित मत होगा। बाबा साहब ने जो लक्ष्य दिया है, उस पर निरंतर चलते रहना है।
यह भी पढ़ें SC ST Act का विरोध करने वालों की भाजपा इस तरह करेगी नाराजगी दूर, SC ST आयोग के अध्यक्ष ने प्लान किया लीक, देखें वीडियो हर काम होगा स्वागत से गद्गद् बेबारानी मौर्य ने कहा- अपने जाटव समाज को धन्यवाद देने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। आप लोगों ने अपने सिर आँखों पर बैठाकर मेरा जो स्वागत और सम्मान किया है, मैं इसे जीवनभर कभी नहीं भूलूंगी। कहते हैं न कि एक हाथ से दो एक हाथ से लो, तो आप लोगों को कभी भी मेरी आवश्यकता हो, देहरादून के राजभवन का दरवाजा खुला हुआ है और आगरा का घर तो आप सबने देखा ही है। आप जिस कार्य के लिए मेरे पास आएंगे, वे जरूर पूरे होंगे। अब तो ईश्वर ने मुझे इतनी शक्ति दे दी है कि कोई भी अधिकारी किसी काम की मना नहीं कर सकता है। उसे करना ही पड़ेगा।
यह भी पढ़ें SC ST आयोग के अध्यक्ष का हो रहा था स्वागत, तभी रोती हुई पहुंची किशोरी ने बताई सवर्ण समाज के युवक की ये हरकत, देखें वीडियो बाबा साहब के संविधान की महिमा शुरुआत में उन्होंने भगवान बुद्ध और बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर को नमन किया। कहा कि – बाबा साहब ने ऐसे संविधान की रचना की कि एक दलित समाज की बेटी आप सबके सामने राज्यपाल के रूप में है। ऐसा इतिहास में कभी नहीं हुआ। मंच पर भाजपा विधायक डॉ,. जीएस धर्मेश, पूर्व मंत्री डॉ. रामबाबू हरित, जाटव उत्थान समिति के कर्ताधर्ता देवकी नंदन सोन, बंगाली बाबू सोन, सुभाष भिलावली, भंते ज्ञानरत्न, हरिकिशन पिप्पल आदि मौजूद थे। भाजपा कै महानगर अध्यक्ष विजय शिवहरे भी अतिथियों में शुमार थे।