ये है पूरा मामला
कोरी समाज का सम्मेलन आज आगरा में चित्रा टॉकीज के पास मैरिज होम में चल रहा था। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में SC ST आयोग के अध्यक्ष बृजलाल आये हुये थे। कार्यक्रम के दौरान उनका भव्य स्वागत किया गया। इसी दौरान मंच पर बैठे बृजलाल के सामने एक किशोरी आ गई। किशोरी के हाथ में प्रार्थना पत्र था और उसके हाथ कांप रहे थे। कांपते हाथों से किशोरी ने प्रार्थना पत्र SC ST आयोग के अध्यक्ष को दिया, तब तक आयोजकों ने किशोरी को पीछे कर दिया। बृजलाल ने प्रार्थना पत्र को पढ़ा और तुरंत ही उसे अपने पास बुला लिया। किशोरी की आंखों में आंसू थे। किशोरी को उन्होंने आश्वासन दिया कि उसकी पूरी मदद की जायेगी।
कोरी समाज का सम्मेलन आज आगरा में चित्रा टॉकीज के पास मैरिज होम में चल रहा था। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में SC ST आयोग के अध्यक्ष बृजलाल आये हुये थे। कार्यक्रम के दौरान उनका भव्य स्वागत किया गया। इसी दौरान मंच पर बैठे बृजलाल के सामने एक किशोरी आ गई। किशोरी के हाथ में प्रार्थना पत्र था और उसके हाथ कांप रहे थे। कांपते हाथों से किशोरी ने प्रार्थना पत्र SC ST आयोग के अध्यक्ष को दिया, तब तक आयोजकों ने किशोरी को पीछे कर दिया। बृजलाल ने प्रार्थना पत्र को पढ़ा और तुरंत ही उसे अपने पास बुला लिया। किशोरी की आंखों में आंसू थे। किशोरी को उन्होंने आश्वासन दिया कि उसकी पूरी मदद की जायेगी।
ये बताया किशोरी ने
किशोरी ने बताया कि वह फिरोजाबाद के टूंडला की रहने वाली हैं। उसके पिता मजदूर हैं। बस्ती में ही रहने वाला सवर्ण जाति का युवक उसे परेशान करता है। जबरन उस पर शादी करने का दबाव बना रहा है। इंकार करने पर आरोपी गोलू पुत्र वेद प्रकाश ने जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद उसके पिता को अकेले में दबोच लिया। पिता के साथ जमकर मारपीट की और पुलिस को बुलाकर उसके पिता के खिलाफ ही थाने में लूट का मुकदमा दर्ज करा दिया। पीड़ित किशोरी गरीब है, वह अपनी शिकायत लेकर थाने में पहुंची, तो पुलिस ने उसकी कोई सुनवाई नहीं की।
किशोरी ने बताया कि वह फिरोजाबाद के टूंडला की रहने वाली हैं। उसके पिता मजदूर हैं। बस्ती में ही रहने वाला सवर्ण जाति का युवक उसे परेशान करता है। जबरन उस पर शादी करने का दबाव बना रहा है। इंकार करने पर आरोपी गोलू पुत्र वेद प्रकाश ने जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद उसके पिता को अकेले में दबोच लिया। पिता के साथ जमकर मारपीट की और पुलिस को बुलाकर उसके पिता के खिलाफ ही थाने में लूट का मुकदमा दर्ज करा दिया। पीड़ित किशोरी गरीब है, वह अपनी शिकायत लेकर थाने में पहुंची, तो पुलिस ने उसकी कोई सुनवाई नहीं की।