बोर्ड ने गुरुवार सुबह वेबसाइट पर ऑनलाइन परिणाम घोषित किया। छात्राओं ने इस बार फिर से छात्रों को पीछे छोड़ दिया। छात्राओं का परिणाम 94.36 प्रतिशत, जबकि छात्राओं को परिणाम 89.45 प्रतिशत रहा। राज्य के जिलों में सबसे ज्यादा 96.45 प्रतिशत परिणाम बोटाद जिले का रहा, जबकि सबसे कम 84.81 प्रतिशत परिणाम जूनागढ़ जिले का रहा। केन्द्रों में 99.61 प्रतिशत के साथ छाला अव्वल रहा, जबकि खावडा केन्द्र का परिणाम सबसे कम 51.11 प्रतिशत रहा।
इस वर्ष शत प्रतिशत परिणाम पाने वाली स्कूलों की संख्या काफी बढ़ी है। इस वर्ष 1609 स्कूलों का परिणाम 100 प्रतिशत रहा। गत वर्ष ऐसे स्कूलों की संख्या केवल 311 थी। संकायों के आधार पर देखें तो सामान्य संकाय का परिणाम 91.92 प्रतिशत, व्यवसायलक्षी संकाय का परिणाम 89.35 प्रतिसत और उच्चतर उत्तर बुनियादी संकाय का परिणाम 93.85 प्रतिशत रहा। तीनों संकायों का संयुक्त परिणाम 91.93 प्रतिशत रहा।
मार्च 2024 में ली गई 12वीं सामान्य संकाय की परीक्षा में 379759 विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराया था, उसमें से 378268 ने परीक्षा दी, जिसमें से 347738 विद्यार्थी पास हुए हैं। परिणाम 91.93 प्रतिशत रहा।
माध्यमों में गुजराती अव्वल
माध्यम के आधार पर परिणाम को देखें तो सबसे ज्यादा 91.98 प्रतिशत परिणाम गुजराती माध्यम का रहा। उर्दू का 97.62 प्रतिशत, मराठी का 94.07 प्रतिशत, अंग्रेजी का 92.80 प्रतिशत और हिंदी माध्यम का परिणाम 85.84 प्रतिशत रहा।
पद्धति में बदलाव से संभवत: अब तक का सर्वाधिक परिणाम
गुजरात राज्य शाला संचालक महामंडल के प्रमुख भास्कर पटेल ने बताया कि 12वीं सामान्य संकाय का संभवत: यह अब तक का सर्वाधिक परिणाम है। यह सब संभव हुआ है परीक्षा की पद्धति, पेपर तैयार करने और मूल्यांकन पद्धति में बदलाव करने के चलते। बीते 10 सालों के सीबीएसई, अन्य राज्य बोर्डों के परिणाम और मूल्यांकन पद्धति का अध्ययन करने के बाद बोर्ड ने तय किया था कि एक से ज्यादा विकल्प दिए जाएं। मूल्यांकन में यदि विद्यार्थी ने कंसेप्ट को अपने शब्दों में लिखा है तो भी उसे अंक दिए जाएं। इसका यह परिणाम है, इससे राज्य के विद्यार्थियों को फायदा हुआ है।
बीते 5 सालों का परिणाम
वर्ष परिणाम प्रतिशत 2024-91.93 2023-73.27 2022-86.91 2021- मास प्रमोशन-100 2020-76.29 ग्रेड आधारित रिजल्ट
ए1-5522 ए2-42799 बी1-82544 बी2-98881 सी1-81188 सी2-33981 डी-2754 ई1-69 एनआई-32021