31 मार्च 2016 की स्थिति के अनुसार देश में बीएसएनएल के लैंडलाइन फोन कनेक्शन धारकों की संख्या एक करोड़ 47 लाख 62 हजार 370 थी, जो 31 जुलाई 2020 की स्थिति के अनुसार घटकर 80 लाख 20 हजार 770 पर आ गई है। इसमें 67 लाख 41 हजार 600 की कमी आई है।
जामनगर की सांसद ने सदन में उठाया था मुद्दा जामनगर की सांसद पूनम माडम की ओर से लोकसभा में इस बाबत सवाल पूछा गया था, जिसके जवाब में संचार मंत्री ने लोकसभा में यह आंकड़े पेश किए हैं। बीएसएनएल की ओर से कहा गया था कि लैंडलाइन कनेक्शन के घटने का मुख्य कारण लोगों का मोबाइल फोन अपनाने की प्रवृत्ति है।
गुजरात, राजस्थान में रह गए आधे, म.प्र.में चौथाई के करीब गुजरात में वर्ष 2016 में 11 लाख 62 हजार लैंडलाइन कनेक्शन धारक थे, जो जुलाई 2020 में 5.62 लाख ही रह गए हैं। राजस्थान में 2016 में 6.43 लाख थे, जो जुलाई 2020 में घटकर 3.18 लाख रह गए। मप्र में 2016 में जहां छह लाख 8 हजार लैंडलाइन कनेक्शन धारक थे, वे अब जुलाई 2020 में सिर्फ 2.36 लाख रह गए। पश्चिम बंगाल में भी ऐसी ही स्थिति रही। 2016 में 10 लाख 96 हजार लैंडलाइन कनेक्शन थे, जो इस वर्ष जुलाई में घटकर 5.35 लाख रह गए। कर्नाटक में वर्ष 2016 में लैंड लाइन कनेक्शन की संख्या 12.94 लाख थी जो अब घटकर 8.18 लाख रह गई है वहीं तमिलनाडु में चार वर्ष पहले 18.35 लाख के मुकाबले अब 10.52 लाख लैंडलाइन कनेक्शन रह गए हैं।
मोबाइल के कारण हटा दिया लैंडलाइन फोन
तीन साल पहले बीएसएनएल का घर पर लैंडलाइन फोन का कनेक्शन लिया था। कई बार लाइन खराब होने के चलते दिक्कत आ रही थी जिससे नेट सुविधा भी नहीं मिल पा रही थी। इस बीच स्मार्ट मोबाइल फोन भी काफी बाजार में आ गए। घर में सभी के पास आज मोबाइल फोन हो गए। इस कारण लैंडलाइन फोन का कनेक्शन रद्द करवा दिया।
-उपदेश सिंह चौहान, अहमदाबाद
क्या कहते हैं अधिकारी लैंडलाइन फोन कनेक्शन की संख्या घटने की मुख्य वजह बाजार में स्मार्ट मोबाइल फोन का आना और लोगों का उसे तेजी से अपनाना है। यह स्थिति गुजरात ही नहीं पूरे देश की है।
-पी.के.साहा, प्रधान महाप्रबंधक, बीएसएनएल, अहमदाबाद
वर्ष लैंडलाइन फोन कनेक्शन
2016 14762370
2017 13688964
2018 12256152
2019 11167679
2020 8020770 (31 मार्च 2020)
(स्त्रोत-लोकसभा में प्रश्न के जवाब में पेश आंकड़े)