जहां भाजपा और कांग्रेस के 92 विधायकों को सदन में बिठाया जाएगा। इस बार सदन में दर्शकों के आने पर रोक है। इसके चलते ही भाजपा और कांग्रेस (BJP-congress) के अन्य 79 विधायकों को दर्शक दीर्घा में बिठाने की व्यवस्था होगी। मुख्यमंत्री (chief minister), उप मुख्यमंत्री (deputy chief minister) व सभी मंत्री सदन में बैठेंगे। कांग्रेस में प्रतिपक्ष के नेता, सचेतक व सह सचेतक सदन में बैठेंगे। दर्शक दीर्घा में दो व्यक्ति माइक लेकर मौजूद रहेंगे। यदि किसी भी विधायक को कोई भी पेशकश करनी होगी तो वहीं से अपने बयान या पेशकश कर सकेंगे।
सभी मंत्रियों और विधायकों को कराना होगा कोरोना टेस्ट विधानसभा सत्र में मौजूद रहने वाले सभी मंत्रियों और विधायकों को कोरोना टेस्ट कराना होगा। रविवार को मंत्रियों और विधायकों के कोरोना टेस्ट की व्यवस्था की विधानसभा परिसर में की गई है। इसके अलावा विधानसभा सत्र में भाग लेने वाले मुख्य सचिव, अतिरिक्त सचिव, सचिव स्तर के अधिकारी को अनिवार्य तौर पर कोरोना टेस्ट कराना होगा। वहीं ड्यूटी करनेवाले सभी पुलिसकर्मियों का भी कोरोना टेस्ट होगा। कोरोना टेस्ट के बगैर सदन में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।
नहीं होगा प्रश्नकाल कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सोमवार से प्रारंभ होने वाले सत्र में इस बार प्रश्नकाल नहीं होगा। पांच दिनों के इस सत्र में २१ विधेयक पेश किए जाएंगे। सत्र के लिए पर्याप्त दिन आवंटित किए गए हैं। विधानसभा का कामकाज रोजाना 8 से 10 घंटे चलेगा। सत्र के दौरान कोरोना वॉरियर्स के योगदान को लेकर सराहना संबंधी प्रस्ताव पेश किया जाएगा।