केन्द्र की योजनाओं की चर्चा की प्रधानमंत्री ने मेक इन इंडिया, डिजीटल इंडिया, स्किल इंडिया, आयुष्यमान भारत, उज्ज्वला योजना, शौचालय सहित लगभग केन्द्र सरकार की सभी योजनाओं का लेखा-जोखा पेश किया। उन्होंने कहा कि विश्व की सबसे बड़ी उभरती अर्थवस्था के रूप में भारत के पास क्षैतिज व उदग्र दोनों तरह से वृद्धि करने की चुनौती है। क्षैतिज रूप से हमें विकास का लाभ उन क्षेत्रों व समुदायों तक पहुंचाना है जो पीछे रह गए हैं वहीं उदग्र रूप से हमें अपनी क्षमता के मुताबिक जीने, सेवा व आधारभूत सुविधाओं की गुणवत्ता बढ़ानी है। हमें भारत में अपनी उपलब्धियों के बारे में जानकारी है जिससे हम मानव के छठे हिस्से पर सीधे प्रभाव डाल सकेंगे।