गुजरात साल्ट रिफाइनरी मैन्यूफैक्चरर्स वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव जतिन अग्रवाल ने कहा कि लॉकडाउन में श्रमिक अपने घर लौट गए। लेकिन अब जबकि इंडस्ट्री को श्रमिकों की जरूरत है, ऐसे में इन इंडस्ट्री ने बसें भेजकर श्रमिकों को वापस बुलाने की योजना बनाई। राजस्थान के बाड़मेर से फिलहाल 100-125 श्रमिक कुछ दिन पहले ही आ गए हैं। इसके अलावा और भी श्रमिक आने की राह में हैं। इन श्रमिकों को क्वारन्टाइन अवधि का भी वेतन दिया जा रहा है। साथ ही इन श्रमिकों को थोड़ा ज्यादा पैसा भी ऑफर किया जा रहा है। श्रमिकों की वापसी श्रमिकों व इंडस्ट्री के परस्पर सहयोग से संभव हो पा रहा है। अब कच्छ के गांधीधाम और कंडला में साल्ट रिफाइनरी में धीरे-धीरे काम भी शुरु होने लगा है।