Lockdown effect: गुजरात से 168 ट्रेनों में 2.68 लाख श्रमिक पहुंचे गांव
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Lockdown effect: गुजरात से 168 ट्रेनों में 268 लाख श्रमिक पहुंचे गांव
गांधीनगर. गुजरातभर (Gujrat) से 168 विशेष ट्रेनें (Special train) दौड़ाई गई हैं, जिनमें दूसरे राज्यों के २.६८ लाख श्रमिक (Shramik) , पर्यटक या विद्यार्थी अपने गांव पहुंचे। देशभर में अब तक 3६४ विशेष ट्रेनें दौड़ाई गई, जिनमें 1६८ ट्रेनें अर्थात् 4६ फीसदी ट्रेनें गुजरात से रवाना हुई, जिसमें 56 ट्रेनें रविवार को दौड़ाई गईं। जहां 56 ट्रेनें उत्तर प्रदेश, पांच ट्रेनें मध्य प्रदेश, 3-3 ट्रेनें बिहार और उड़ीसा और एक-एक ट्रेन पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश और झारखंड के लिए दौड़ाई गई। मुख्यमंत्री के सचिव अश्विनी कुमार ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि गुजरात में व्यापार- उद्योग उत्पादन इकाइयों में रोजगार के लिए बसे अन्य राज्यों के श्रमिक -कामगारों को मौजूदा समय में कोरोना वायरस (Corona virus) संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन (Lockdown) की स्थिति में उनके गृहराज्य ट्रेन से भेजने के लिए राज्य सरकार ने सुचारू समन्वय बनाया है।
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने ऐसे श्रमिकों को उनके गृहराज्य भेजने के लिए भारत सरकार परामर्श कर विशेष ट्रेनें के जरिए अब तक 2 लाख ६८ हजार श्रमिकों को ट्रेनों के जरिए वतन भेजा है। भारत सरकार के रेल मंत्रालय ने 8 मई देशभर में 3६४ विशेष ट्रेनें दौड़ाई, जिसमें गुजरात से सबसे ज्यादा 1६८ ट्रेनें दौड़ाई गई। गुजरात में विशेष तौर पर सूरत, अहमदाबाद, मोरबी, जामनगर, राजकोट, वडोदरा समेत शहरों से बड़ी औद्योगिक इकाइयों में रोजगार के लिए बसे बिहार, उत्तर प्रदेश, उड़ीसा, झारखंड जैसे राज्यों के श्रमिकों ने इन ट्रेनों में सफर किया।
जिला प्रशासन की ओर से श्रमिकों का रजिस्ट्रेशन कराकर जहां से वे रवाना होने वाले हैं वहां से बस या अन्य वाहनों से सोशल डिस्टेसिंग (Social distancing) बनाकर रेलवे स्टेशन पहुंचाया जाता है। यही नहीं ट्रेनें में बैठने तक स्टेशन पर भी सोशल डिस्टेसिंग का पालन कर एक-एक कर बैठाया जाता है। शनिवार को सूरत से उत्तर प्रदेश के लिए बारह, बिहार के लिए दो , अहमदाबाद से उत्तर प्रदेश के लिए छह, राजकोट से एक समेत आणंद, दाहोद, गांधीधाम, गोधरा, नडियाद से भी ट्रेनें चलाई जाती हैं।
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