१०८ की टीम लेकर पहुंची थी,शुगर हो गया था कम
हॉस्पिटल के संचालक चिकित्सक डॉ.रूप कुमार अग्रवाल ने मीडिया को बताया कि रात करीब सवा नौ बजे १०८ की टीम तोगडिय़ो को लेकर हॉस्पिटल पहुंची थी। जब वह आए थे तब बेहोशी की अवस्था में थे। उनका शुगर काफी कम हो गया था। उनका उपचार शुरू किया गया। स्वास्थ्य में अब सुधार हो रहा है। वे खतरे से बाहर हैं। हालांकि स्वास्थ्य से जुड़े अन्य जांच करने की जा रही हैं।
तोगडिय़ा को जेड प्लस सुरक्षा मिली होने के बावजूद वे लापता हो गए थे। सोला पुलिस भी गिरफ्तारी से इनकार कर रही थी और राजस्थान पुलिस ने भी उनकी गिरफ्तार से इनकार किया था। फिर वे कहां गए इसका जवाब पुलिस के पास भी नहीं होने के चलते विहिप के मीडिया इंचार्ज हेमेन्द्र त्रिवेदी की ओर से वॉट्सएप पर वायरल किए गए सदेश में उनके एन्काउंटर की भी आशंका जताई गई थी। जिससे नाराज कार्यकर्ताओं ने उन्हें जल्द खोजने की मांग को लेकर अहमदाबाद सहित राज्यभर में प्रदर्शन किया था।
हॉस्पिटल के संचालक चिकित्सक डॉ.रूप कुमार अग्रवाल ने मीडिया को बताया कि रात करीब सवा नौ बजे १०८ की टीम तोगडिय़ो को लेकर हॉस्पिटल पहुंची थी। जब वह आए थे तब बेहोशी की अवस्था में थे। उनका शुगर काफी कम हो गया था। उनका उपचार शुरू किया गया। स्वास्थ्य में अब सुधार हो रहा है। वे खतरे से बाहर हैं। हालांकि स्वास्थ्य से जुड़े अन्य जांच करने की जा रही हैं।
तोगडिय़ा को जेड प्लस सुरक्षा मिली होने के बावजूद वे लापता हो गए थे। सोला पुलिस भी गिरफ्तारी से इनकार कर रही थी और राजस्थान पुलिस ने भी उनकी गिरफ्तार से इनकार किया था। फिर वे कहां गए इसका जवाब पुलिस के पास भी नहीं होने के चलते विहिप के मीडिया इंचार्ज हेमेन्द्र त्रिवेदी की ओर से वॉट्सएप पर वायरल किए गए सदेश में उनके एन्काउंटर की भी आशंका जताई गई थी। जिससे नाराज कार्यकर्ताओं ने उन्हें जल्द खोजने की मांग को लेकर अहमदाबाद सहित राज्यभर में प्रदर्शन किया था।
गिरफ्तारी वारंट लेकर आई थी राजस्थान पुलिस, बैरंग लौटी
अहमदाबाद क्राइम ब्रांच के जेसीपी जे.के.भट्ट ने बताया कि तोगडिय़ा खुद ही विहिप कार्यालय से सुबह करीब पौने 11 बजे ऑटो रिक्शा में बैठकर एक दाढ़ी वाले व्यक्ति के साथ रवाना हुए थे। वहां पर तैनात एसआरपी जवान विक्रम सिंह की पूछताछ में यह सामने आया। उन्होंने सुरक्षाकर्मी को साथ आने को मना किया और आधा घंटे में वापस आने की बात कही थी। इस बीच सामने आया कि वह रात को जब यहां आकर रुके थे तब उनकी सुरक्षा में तैनात जवानों से कहा कि वह दोपहर दो बजे आ जाएं। जब सुरक्षाकर्मी पहुंचे तो तोगडिय़ा कार्यालय पर नहीं थे।
अहमदाबाद क्राइम ब्रांच के जेसीपी जे.के.भट्ट ने बताया कि तोगडिय़ा खुद ही विहिप कार्यालय से सुबह करीब पौने 11 बजे ऑटो रिक्शा में बैठकर एक दाढ़ी वाले व्यक्ति के साथ रवाना हुए थे। वहां पर तैनात एसआरपी जवान विक्रम सिंह की पूछताछ में यह सामने आया। उन्होंने सुरक्षाकर्मी को साथ आने को मना किया और आधा घंटे में वापस आने की बात कही थी। इस बीच सामने आया कि वह रात को जब यहां आकर रुके थे तब उनकी सुरक्षा में तैनात जवानों से कहा कि वह दोपहर दो बजे आ जाएं। जब सुरक्षाकर्मी पहुंचे तो तोगडिय़ा कार्यालय पर नहीं थे।
क्राइम ब्रांच ने चार टीमें गठित की थीं
भट्ट ने बताया कि राजस्थान के गंगापुर थाने के एएसआई की टीम कोर्ट की ओर से सरकारी अधिकारी के आदेश की अवज्ञा से जुड़़े (आईपीसी की धारा १८८ के) उल्लंघन के एक मामले में गिरफ्तारी वारंट लेकर पहुंची थी। सोला पुलिस ने इस टीम के साथ तीन पुलिसकर्मी को तोगडिय़ा के घर भेजा जहां वे नहीं मिले। उनके नहीं मिलने पर टीम ने सोला थाने में आकर तोगडिय़ा के नहीं मिलने की एंट्री की और राजस्थान चली गई। तोगडिय़ा का पता लगाने के लिए क्राइम ब्रांच ने चार टीमें गठित की थीं।
भट्ट ने बताया कि राजस्थान के गंगापुर थाने के एएसआई की टीम कोर्ट की ओर से सरकारी अधिकारी के आदेश की अवज्ञा से जुड़़े (आईपीसी की धारा १८८ के) उल्लंघन के एक मामले में गिरफ्तारी वारंट लेकर पहुंची थी। सोला पुलिस ने इस टीम के साथ तीन पुलिसकर्मी को तोगडिय़ा के घर भेजा जहां वे नहीं मिले। उनके नहीं मिलने पर टीम ने सोला थाने में आकर तोगडिय़ा के नहीं मिलने की एंट्री की और राजस्थान चली गई। तोगडिय़ा का पता लगाने के लिए क्राइम ब्रांच ने चार टीमें गठित की थीं।