समुद्री सुरक्षा के लिए था यह ड्रोन
पोरबंदर की समुद्री पट्टी की सुरक्षा के लिए नेवी की ओर से यह मानव रहित विमान बनाया था, जो पिछले आठ वर्षों से कार्यरत था। यह यूएवी प्लेन (ड्रोन) समुद्र पर ५० किलोमीटर की रेंज में फोटो खींचकर सुरक्षा एजेन्सी के कंट्रोल रूम में पहुंचाने का काम करता था। इस विमान ने गुरुवार सुबह एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी। इस दौरान कंट्रोल रूम में एरर शब्द स्क्रीन पर आया और प्लेन उद्योगनगर क्षेत्र में रॉयल आइस फैक्ट्री के कम्पाउंड में टूट कर गिर गया। गिरने के साथ ही उसमें आग लग गई। यह देखकर आसपास के उद्योगपति एवं मजदूर स्थल पर एकत्रित हो गए।
नेवी के अधिकारी एवं उच्च पुलिस अधिकारी भी स्थल पर पहुंचे। विमान के इंजन में कोई तकनीकी कमी होने के कारण यह हादसा हुआ। दूसरी ओर, फैक्ट्री के कम्पाउंड में विमान में लगी आग को बुझाने के लिए दमकलकर्मी स्थल पर पहुंचे और आग को काबू में किया। विमान टूटने के कारण उसके टुकड़े हो गए थे।
खली की फैक्ट्री में भीषण आग
राजकोट. शहर के निकट जामनगर रोड पर खंढेरी स्टेडियम के पास खली बनाने की फैक्ट्री में गुरुवार सुबह भीषण आग लगने से भगदड़ मच गई। दमकलकर्मियों ने करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग को काबू मे किया। फैक्ट्री मालिक अंकितभाई के अनुसार शोर्टसॢकट के कारण आग लगी थी, जिसमें लाखों का माल खाक हो गया।
जानकारी के अनुसार खंढेरी स्टेडियम के निकट स्थित मयंक केटल फूड प्रा. लि. फैक्ट्री में सुबह आग लग गई। फैक्ट्री में मूंगफली की खली बनाई जाती थी, जिसके कारण खली में तेल होने से देखते ही देखते आग ने भीषण रूप धारण कर लिया। दो फायर फाइटरों ने करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग को काबू में किया।
राजकोट. शहर के निकट जामनगर रोड पर खंढेरी स्टेडियम के पास खली बनाने की फैक्ट्री में गुरुवार सुबह भीषण आग लगने से भगदड़ मच गई। दमकलकर्मियों ने करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग को काबू मे किया। फैक्ट्री मालिक अंकितभाई के अनुसार शोर्टसॢकट के कारण आग लगी थी, जिसमें लाखों का माल खाक हो गया।
जानकारी के अनुसार खंढेरी स्टेडियम के निकट स्थित मयंक केटल फूड प्रा. लि. फैक्ट्री में सुबह आग लग गई। फैक्ट्री में मूंगफली की खली बनाई जाती थी, जिसके कारण खली में तेल होने से देखते ही देखते आग ने भीषण रूप धारण कर लिया। दो फायर फाइटरों ने करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग को काबू में किया।