निगम ने सभी 204 उपखंडों से अतिरिक्त लाइन एवं सबस्टेशन मेटेरियल, संबंधित स्टोर में जमा करवाया है। यह उपकरण विभिन्न कार्यालयों में अनुपयोगी पड़े थे। अब इन्हें अन्य कार्यालयों में जलदाय, कृषि एवं घरेलू कनेक्शन तथा अन्य कार्यों में उपयोग में लिया जा सकेगा साथ ही निगम को नई खरीद भी नहीं करनी पड़ेगी।
नहीं रुकेगें जलदाय विभाग तथा घरेलू कनेक्शन
निगम के अभियान में 1.10 करोड़ का 450 किमी विजिल कंडक्टर जमा हुआ है। यह कृषि व जलदाय विभाग के कनेक्शन में काम आता है। जमा हुए 75 लाख रुपए का 175 किमी रैबिट कंडक्टर से सिटी एरिया में घरेलू कनेक्शन होंगे। 20 लाख रुपए की 33 केवी की 12 किमी लाइन जमा हुई है। 55 लाख रुपए का 55 किमी डॉग कंडक्टर जमा हुआ है। घरेलू कनेक्शन के काम आने वाली 200 किमी एबी केबल,150 किमी आर्मड केबल,60 लाख रुपए की 1.5 किमी 33 केवी की लाइन था 3.5 किमी 11 केवी की केबल जमा हुई है।
नागौर, उदयपुर में नहीं रुकेगा काम
निगम के सीकर से 33 केवी की 1.5 किमी केबल स्टोर में जमा हुई हैं। यह अब नागौर में जलदाय विभाग के कनेक्शन में काम आएगी। केबल नहीं होने से नागौर में काम रुक रहा था। इसी तरह डूंगरपुर व चित्तौड़ से जमा हुए डॉग कंडक्टर का उदयपुर में कनेक्शन जारी करने में उपयोग लिया जाएगा। अभियान के तहत अजमेर जिला वृत्त में 28.61 लाख,अजमेर शहर में 17.06 लाख, भीलवाड़ा में 29.92 लाख, बांसावाडा में 21.70 लाख,चित्तौडगढ़ में 124.29 लाख, डूंगरपुर में 69.37 लाख, नागौर में 55.84 लाख, मकराना स्टोर में 66 लाख,राजसमंद में 53.50 लाख,सीकर में 200.59 लाख, झुंझनु में 183.08 लाख, प्रतापगढ़ में 43.71 लाख एवं उदयपुर में 75.79 लाख की सामग्री जमा की गई।
पिछले साल 60 करोड़ की बचत
पिछले साल भी निगम ने अभियान चलाकर ट्रांसफ ार्मर की रिपयेरिंग, गारंटी पीरियड के मीटर जमा कराने तथा कबाड़ में पड़ा सामान नीलाम करने आदि से 60 करोड़ रुपए से ज्यादा की बचत की थी। निगम में अनेक स्तरों पर खर्चों में कटौती की जा रही है एवं संसाधनों का बेहतर उपयोग कर वित्तीय बचत की जा रही है।
इनका कहना है
लॉक डाउन का सद्उपयोग किया गया है,सभी कर्मचारियों ने मिलकर मेहनत की है। 10 करोड़ का सामान जमा हुआ है जो उपयोग में नहीं आ रहा था। अब हमें नई खरीद नहीं करनी पड़ेगी। इससे निगम को आर्थिक फायदा होगा।