इस ग्रुप में कई महिला अधिकारी भी सदस्य हैं। पोस्ट देखते ही कई अफसरों ने नाराजगी जाहिर करते हुए टिप्पणी की। वहीं कई अफसर गु्रप से लेफ्ट हो गए तो कइयों को ग्रुप एडमिन ने खुद ही रिमूव कर कर दिया लेकिन तब तक पोस्ट का स्क्रीनशॉट लिया जा चुका था। इसी ग्रुप से किसी ने पोस्ट को वायरल कर दिया और देखते ही देखते यह टीवी, व्हाट्सएप, फेसबुक व ट्वीटर पर भी वायरल हो गई।
यह है मामला कोविड-19 से निपटने के लिए किए जा रहे प्रयासों तथा आगामी रणनीति आदि की जानकारी अफसरों के बीच साझा करने के लिए वाट्सएप गु्रप बनाया गया था। इसके कई अफसर भी ग्रुप एडमिन हैं। निजी सचिव को भी ग्रुप एडमिन के अधिकार थे। अफसरों के कहने पर निजी सचिव भी इसमें आदेश-निर्देश पोस्ट किया करते थे। रविवार को निजी सचिव ने एक अश्लील तस्वीर के साथ ही शराब बोतलें की भी पोस्ट डाल दी। इससे हंगामा मच गया। फिर निजी सचिव ने ही खुद ही अफसरों को रिमूव करना शुरु कर दिया। अपनी सफाई में विश्वकर्मा ने कहा कि उनका मोबाइल हैंग हो गया था इसलिए गलती से यह पोस्ट चली गई।
इन्होंने जताई नाराजगी पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रीप ने पोस्ट को देखते ही गु्रप एडमिन से मामले में मुकदमा दर्ज करवाने के लिए गु्रप में मैसेज भेजा। इस पर महिला आईएएस अधिकारी चिन्मयी गोपाल ने मैसेज डाला कि गु्रप एडमिन ने ही यह पोस्ट डाली है। आरएएस अधिकारी देविका तोमर, पुलिस अधिकारी प्रियंका रघुवंशी ने भी ग्रुप में नाराजगी जाहिर की।
इनका कहना है
निजी सचिव को एपीओ करते हुए हटा दिया गया है। नोटिस जारी कर विभागीय कार्यवाही शुरु की गई है।
विश्व मोहन शर्मा,जिला कलक्टर,अजमेर read more:बड़ी तैयारी: कोरोना के खिलाफ गांव से लेकर जिले तक सामूहिक संघर्ष