बच्चे भी आत्मनिर्भर क्यों नहीं बन सकते हैं गौरी की मां मीनाक्षी ने कहा कि यह उनके लिए तथा राजस्थान के लिए गौरव का क्षण है। गौरी की मां ने बताया कि एक दिन बेटी ने प्रधानमंत्री का भाषण सुना इस दौरान वह लोगों को आत्म निर्भर बनने के लिए प्रेरित कर रहे थे। तभी बेटी ने पूछा बड़ों के अलावा बच्चे आत्म निर्भर क्यों नहीं बन सकते है। इस पर मां ने उन्हे केलीग्रॉफी को बढ़ावा देने के लिए कहा।
बनना चाहती है मोटीवेशनल बिजनस स्पीकर गौरी ने पत्रिका से बातचीत में कहा कि वे एक ऐसा एप बनाना चाहती हैं जहां लोग अपना टैलेंट दिखा सके। इसके अलावा वह बनना चाहती है मोटीवेशनल बिजनस स्पीकर बन का लोगों को मोटीवेट करना चाहती हैं। गौरी का कहना है कि सभी में कोई ना कोई टैलेंट है बस उसे पहचानने की जरूरत है।
कई एनजीओ से जुड़ी कैलीग्राफी में समाज को जागरूक करने के लिए कई एनजीओ से भी जुड़ी हैं। ऑन लाइन वर्कशॉप में ब्लांड बच्चों को भी केलीग्राफी के लिए प्रेरित कर चुकी है।एचआईवी पीडि़त लोगों को भी प्रेरित कर चुकी हैं। आर्ट एंड क्राफ्ट को भी बढ़ावा दे रहीं हैं। कुकिंग का भी शौक है। 9-10 वर्ष में ही मेहंदी, ब्यूटी पार्लर का भी कोर्स किया। मेयो गल्स स्कूल की 8 की छात्रा गौरी पढ़ाई में भी अव्वल है। गौरी अपने माता पिता के साथ अजमेर के शास्त्री नगर में रहती हैं।