तीन साल में 2600 मेगावाट का लक्ष्य सरकार ने बजट घोषणा 2019-20 में आगामी तीन वर्षों में कुल 2600 मेगावाट क्षमता के सौर ऊर्जा प्लांट किसानों की बंजर/अनुपयोगी भूमि पर स्थापित कर उनसे उत्पादिन बिजली खरीदने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसमें से 722 मेगावाट क्षमता की परियोजनाओं से उत्पादित बिजली खरीद के लिए 623 किसानों/ विकासकर्ताओं से पावर परचेज एग्रीमेंट किया गया है। शेष 1878 मेगावाट क्षमताओं की सौर ऊर्जा परियोजनाओं की स्थापना के लिए आगामी चरणों में कार्यवाही की जाएगी।
0.5 से 2 मेगावाट तक के लग सकते हैं प्लांट इस योजना के तहत किसान/ विकासकर्ताओं द्वारा स्वंय की अनुपयोगी/ बंजर भूमि पर 0.5 से 2 मेगावाट क्षमता के सौर ऊर्जा संयत्रों की स्थापना की जा सकती है। इससे किसानों कों उनकी बंजर/ अनुपयोगी भूमि से 25 वर्ष तक नियमित आय प्राप्त होगी। इसके अलावा विद्युत वितरण निगमों की विद्युत छीजत में तथा सिस्टम विस्तार में होने वाले खर्च में भी कमी जाएगी।
इनका कहना है इस योजना में किसान सम्बन्धित जीएसएस क्षेत्र में बेकार पड़ी भूमि पर सोलर प्लांट लगाकर एक निश्चित लाभ 25 साल तक अर्जित कर सकेंगे। इससे उनका आर्थिक उत्थान होगा। बेकार पड़ी भूमि का भी उपयोग हो सकेगा।
आर.बी.सिंह, परियोजना प्रबन्धक,आरआरईसी, अजमेर/ उदयपुर संभाग read more: 6 साल बाद भी पूर्व सरपंचों से नहीं वसूल सके 9 लाख रुपए