आसोज की गुलाबी ठंडक में लोगों के कदम शुक्रवार सुबह उद्यान की ओर बढ़ चले। प्रेक्षाध्यान के जरिए मानसिक और शारीरिक तंदरुस्ती को लेकर लोग जागरूक नजर आए। प्रेक्षाध्यान के जरिए पहली बार सेहतमंद रहने के तरीके जानकर लोग चकित रह गए।
अंतररराष्ट्रीय प्रशिक्षक डॉ. प्रदीप भाटी ने लोगों को शारीरिक स्वास्थ्य, मानसिक शांति और आध्यात्मिक अनुभूति के टिप्स दिए। नगर निगम अजमेर के महापौर धर्मेन्द्र गहलोत ने शिविर का शुभारंभ किया। इस दौरान देहात कांग्रेस अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह राठौड़ भी मौजूद रहे। प्रेक्षाध्यान योग शिविर का सुबह शनिवार और रविवार को भी ६.१५ से ७.४५ बजे तक रहेगा।
पहली मर्तबा सीखे ये तरीके – ऐड़ी के बल पर चलना, चिम्पांजी की मुद्रा में पैर मोडक़र चलना- कंधों और गर्दन के दर्द से निजात पाने के लिए लिए हाथोंं से व्यायाम करना
– छाती और सीने को स्वस्थ बनाने के लिए श्वास अंदर-बाहर छोडऩा- वॉक के लिए ऐड़ी-पैर का अंगूठा आगे करना और सांस छोडऩा – कमर दर्द के लिए हाथ का अंगूठा कमर पर रखना और धीरे-धीरे झुकना- घुटनों को हल्का छोडक़र पंजे के बल चलना (वॉक के लिए)
सिरदर्द का चुटकियों में छुटकारा डॉ. भाटी ने सिरदर्द को चुटकियों में भगाने का उपचार भी बताया। उन्होंने कहा कि मुंह से हल्की आवाज निकालते हुए हाथों की अंगुलियों से मस्तिष्क पर थपकी देने से सिरदर्द गायब हो जाता है। लोग ने यह जानकर हैरान रह गए।ऐसे किया प्रेक्षाध्यान अभ्यास
– दोनों नेत्र बंद कर करें अपने अंतर्मन की यात्रा- ईश्वरीय प्रकाश पुंज को शरीर के भीतर करें महसूस – श्वास और नाभी के जरिए प्रेक्षाध्यान,पेट को फु लाना-सिकोडऩा-ज्योति केंद्र (आंखों) के जरिए प्रेक्षाध्यान
– मस्तक पर शरद पूर्णिमा अथवा प्रकाश पुंज को महसूस करते हुए प्रेक्षाध्यान रोग को लेकर चिकित्सा परामर्श,दवाइंया बांटी अजमेर. शुक्रवार सुबह ८ बजे शहीद भगतसिंह उद्यान में आयोजित शिविर में आमजन और मरीजों को श्री मंगल आयुर्वेदिक फार्मेसी सरदारशहर के वैद्य मुन्नालाल ने दवाइंयां वितरित की। सेवानिवृत्त जिला आयुर्वेद अधिकारी प्रकाश शर्मा व सेवानिवृत्त वरिष्ठ चिकित्सक नृसिंह प्रसाद शर्मा ने रोगियों की जांच कर दवाइयां लिखी।
क्या बोले लोग… वैसाली नगर निवासी डॉ. के.के. शर्मा ने कहा कि प्रेक्षाध्यान योग के बारे में सुना और पढ़ा था आज जब अभ्यास किया तो चकित रह गया। वास्तव में उत्तम स्वास्थ्य और ध्यान की यह क्रिया अद्भुत है।वैशाली नगर निवासी स्नेहलता गर्ग के अनुसार ध्यान-योग की यह प्रक्रिया वास्तव में पहली बार जानी है। सैर या कहीं भी घूमते वक्त कदम बढ़ाने, मस्तिष्क और कमर दर्द से छुटकारा पाने के तरीके जाने हैं। जो काफी अच्छे लगे। छतरी योजना निवासी पुष्पा अग्रवाल ने कहा कि प्रेक्षाध्यान क्रिया के बारे में जानने और योग-आसन सीखने का अवसर मिला। वास्तव में सबको यह व्यायाम और स्वास्थ्य के तरीके अपनाने चाहिए।