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Video ; गौर गौर गोमती ईसर पूजे पार्वती …….आस्था के साथ सुरक्षा भी है जरूरी
घर ही बने मंदिर…. हर साल चैत्र और शारदीय नवरात्र में प्राचीन चामुंडा मंदिर, मेहन्दीपुर बालाजी, मेहन्दी खोला माता मंदिर, बजरंगढ़ स्थित अम्बे माता मंदिर, नौसर घाटी स्थित नौसर माता मंदिर, दुर्गा मंदिर और काली मंदिर रामगंज, लोहाखान स्थित वैष्णोदेवी मंदिर, जतोई दरबार नगीना बाग और अन्य मंदिरों में हजारों लोग दर्शन को उमड़ते हैं। इस बार स्थिति अलग है। मंदिरों में सिर्फ पुजारी नित्य पूजन में जुटे हैं। यह भी पढ़ें
LOCK DOWN में भी छलक रहे जाम…चोरी छुपे चल रहा है शराब का कारोबा
यूं कर सकते हैं पूजन-फूलों की माला, पान का पत्ता नहीं मिले तो चढ़ा सकते हैं बगीचे में लगे फूल-पत्ते
-लकडिय़ां ना हो तो गोबर के उपलों से कर सकते हैं हवन
-मिष्ठान-पकवान नहीं हों तो चावल-गुड़ की लापसी, हलवे से लगाएं भोग
-लाल चुनरी के बजाय कोई भी साधारण लाल कपड़ा कर सकते हैं इस्तेमाल
निकली सुर्ख धूप, मौसम में रही ठंडक अजमेर. दो दिन तक बरसात, ओलावृष्टि के बाद शनिवार को मौसम सामान्य रहा। खुलकर सुर्ख धूप नसीब हुई। हालांकि बरसात के असर से सुबह हल्का ठंडापन भी महसूस हुआ। उधर किसानों को खेतों में पड़ी धान, तारामीरा, रायड़ा और जीरे की फसल खराब होने का अंदेशा है।
पश्चिम विक्षोभ के कारण पिछले दो-तीन से मौसम बदला हुआ था। अजमेर सहित जिले के पुष्कर, ब्यावर, किशनगढ़, गगवाना, घूघरा, गेगल, भिनाय, गोपालपुरा, बांदनवाड़ा, नसीराबाद, पीसांगन, मांगलियावास, हरमाड़ा-तिलोनिया और अन्य इलाकों में बरसात हुई थी। शनिवार को बादल छंटे तो सुर्ख धूप खिली। बरसात के असर से मौसम में भी ठंडक हो गई। कई लोग शॉल, स्वेटर पहने दिखे। तापमान 25 डिग्री पर पहुंच गया है।
पश्चिम विक्षोभ के कारण पिछले दो-तीन से मौसम बदला हुआ था। अजमेर सहित जिले के पुष्कर, ब्यावर, किशनगढ़, गगवाना, घूघरा, गेगल, भिनाय, गोपालपुरा, बांदनवाड़ा, नसीराबाद, पीसांगन, मांगलियावास, हरमाड़ा-तिलोनिया और अन्य इलाकों में बरसात हुई थी। शनिवार को बादल छंटे तो सुर्ख धूप खिली। बरसात के असर से मौसम में भी ठंडक हो गई। कई लोग शॉल, स्वेटर पहने दिखे। तापमान 25 डिग्री पर पहुंच गया है।