एसीबी दलाल जोशी के परिजनों-रिश्तेदारों का इंतजार कर रही थी। उसके परिजन अजमेर पहुंचे। उप अधीक्षक पारसमल और अन्य कचहरी रोड स्थित एक्सिस बैंक पहुंची। यहां बैंक खातों के स्टेटमेंट लिए गए। जोशी और उसके परिजनों के चारों खातों में 16 लाख 95 हजार रुपए जमा मिले। यह राशि सबके खातों में अलग-अलग जमा है। सबसे ज्यादा राशि जोशी के खाते में जमा मिली है। पत्नी और अन्य परिजनों के खाते में 1 से 2 लाख रुपए मिले हैं। एक्सिस बैंक में आरोपी का पांचवां खाता नहीं खोला गया है।
दलाल का इसी बैंक में ज्वॉइंट लॉकर भी है। एसीबी ने लॉकर ऑपरेट करने को लेकर बैंक से जानकारी मांगी। साथ ही बैंक का लॉकर ऑपरेटिव रजिस्टर और कंप्यूटर खंगाला। इसमें सामने आया कि दलाल जोशी ने साल 2016 में बैंक में लॉकर खुलवाया था। लेकिन उसने या परिवार के किसी सदस्य ने चार साल से लॉकर को ऑपरेट नहीं किया है। लॉकर में कोई सामग्री भी नहीं मिली है। एसीबी का मानना है, कि आरोपी दलाल ने लॉकर सोने-चांदी के आभूषण और नकदी रखने के लिए लिया है। वह जरूरत पडऩे पर ही उसका उपयोग करने वाला था। दलाल के आवास स्थित चैम्बर पहले ही सीज किया जा चुका है।