मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित चिकित्सा मंत्री व अन्य मंत्री रात-दिन केंद्र सरकार और मोदी को कोस रहे हैं। मोदी की बढ़ती लोकप्रियता से बौखलाकर कुछ राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय शक्तियां कुचक्र रच रही हैं। देवनानी अपने निवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा बारंबार चेतावनी दिए जाने के बाद भी राज्य सरकार ने कोई कदम नहीं उठाए।
केंद्र ने दिए थे 201 करोड़ उन्होंने कहा कि राज्य को 4 ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए केंद्र सरकार ने 201 करोड़ रुपए दिए लेकिन कोई काम नहीं किया। यदि प्लांट लग जाते तो 1600 सिलेंडर प्रतिदिन ऑक्सीजन उत्पादन होने से हजारों लोगों की जान बच जाती।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में केंद्र सरकार द्वारा मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई बढ़ाने के लिए उत्पादन बढ़ाया जा रहा है। जहां 1 अगस्त 2020 को 57 सौ मीट्रिक टन ऑक्सीजन का उत्पादन हो रहा था वहीं 26 अप्रेल 2021 को इसे बढ़ाकर 9 हजार 219 मीट्रिक टन और 30 अप्रेल को और बढ़ाकर 9 हजार 350 मीट्रिक टन प्रतिदिन कर दिया गया है। जबकि राज्य सरकार ऑक्सीजन का पूरा कोटा भी नहीं ला पा रही है।
राजस्थान को मिले 16 नए ऑक्सीजन प्लांट देवनानी ने कहा कि केंद्र सरकार पूरे देश में 581 ऑक्सीजन प्लांट पीएम केयर फंड से लगा रही है। जिसमें से राजस्थान में विभिन्न स्थानों पर 16 नए ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाएंगे। जिनमें जयपुर में 6, कोटा में 2, सीकर, लाडनूं-नागौर, सोजत-पाली, अजमेर, नसीराबाद, नाथद्वारा-राजसमंद, बालोतरा-बाड़मेर व जोधपुर में 1-1 प्लांट शामिल हैं। प्रथम फेज के तहत राजस्थान में कोटा में 2 तथा सीकर, जोधपुर व जयपुर में 1-1 प्लांट लगेगा। इसके अलावा अजमेर सैटेलाइट व झालावाड़ में प्लांट पहुंच गया है।
रेमडेसिविर का बढ़ाया जा रहा प्रोडक्शन देवनानी ने कहा कि देश में रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए पहले 10 प्लांट ही काम कर रहे थे, अब 55 प्लांट कार्य कर रहे हैं। प्रतिमाह 30 लाख वायल से बढ़ाकर 103 लाख वायल इंजेक्शन का उत्पादन होने लगा है।
डिब्बों में बंद हैं वेंटीलेटर देवनानी ने कहा कि केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री राहत कोष से 15सौ वेंटीलेटर प्रदेश को अलॉट किए हैं, लेकिन राजस्थान को अलॉट वेंटीलेटर का प्रदेश सरकार उपयोग नहीं कर रही। एक वेंटीलेटर करीब 4 लाख रुपए कीमत में आता है, लेकिन अधिकांश वेंटीलेटर आज भी पेटीपैक हैं। स्वास्थ्य मंत्री के गृहजिले में ब्यावर, केकड़ी, नसीराबाद आदि में अधिकांश वेंटीलेटर बंद डिब्बों में पड़े हैं।
इधर, राज्य की कांग्रेस सरकार आत्मनिर्भर भारत अभियान व पीएम केयर को अनदेखा करने के लिए यूएस की हेमिलटन मेडिकल कंपनी के विदेशी वेंटीलेटर खरीदना चाह रही है। देवनानी ने राज्य सरकार से ठेले वालों व मजदूरों को 5-5 हजार रुपए की सहायता देने की भी मांग की।