महापौर ने नोटशीट में बताया कि नगर निगम की ओर से वर्ष 2020-21 के कचरा परिवहन के लिए दिसम्बर 2019 में ही तीन जोन के बजाय दस सर्किल की निविदा आमंत्रित की गई। निगम प्रशासन ने प्रतिमाह अनुमानित व्यय 38 लाख 53 हजार 643 रुपए आंका। निविदा प्रक्रिया में नेगोसिएशन के लिए ठेकेदारों को बुलाने के बाद निगम प्रशासन की ओर से 35 लाख 83 हजार 615 रुपए का काउंटर ऑफर ठेकेदारों को दिया गया। निगम ने दो माह की अवधि तक अनिर्णीत रखते हुए कोई कार्रवाई नहीं कर मार्च में सभी टेंडर निरस्त कर दिए।
दस फर्मों ने लिया हिस्सा
नगर निगम की ओर से 20 मार्च 2020 को सभी सर्किल के लिए निविदाएं मांगी गई थीं, जिनकी तिथि लॉकडाउन के कारण 20 अप्रेल तक बढ़ाई थी। इसमें 10 सर्किल के लिए 19 निविदादाताओं ने ऑनलाइन भाग लिया। तकनीकी बिड 20 और वित्तीय बिड 22 अप्रेल को खोलने के बाद 29 अप्रेल को सभी पत्रावली मुख्य लेखाधिकारी के पास भेजी गई। 18 मई को अलग से नोटशीट चलाते हुए निविदाएं निरस्त करने के लिए प्रस्तुत की गई। जिसमें निगम प्रशासन की ओर से अनुमानित व्यय 32,93,172 रुपए आंके जाने और सफलतम निविदाकर्ता की ओर से 32,96, 433 रुपए मासिक निविदा भरी जाना बताते हुए अनुमानित राशि से करीब तीन हजार रुपए ज्यादा का अंकन करने के साथ वार्ता का विकल्प शेष होना बताया गया। ऐसे में निविदाओं को निरस्त किए जाने को सवालिया बताया गया।
नगर निगम की ओर से 20 मार्च 2020 को सभी सर्किल के लिए निविदाएं मांगी गई थीं, जिनकी तिथि लॉकडाउन के कारण 20 अप्रेल तक बढ़ाई थी। इसमें 10 सर्किल के लिए 19 निविदादाताओं ने ऑनलाइन भाग लिया। तकनीकी बिड 20 और वित्तीय बिड 22 अप्रेल को खोलने के बाद 29 अप्रेल को सभी पत्रावली मुख्य लेखाधिकारी के पास भेजी गई। 18 मई को अलग से नोटशीट चलाते हुए निविदाएं निरस्त करने के लिए प्रस्तुत की गई। जिसमें निगम प्रशासन की ओर से अनुमानित व्यय 32,93,172 रुपए आंके जाने और सफलतम निविदाकर्ता की ओर से 32,96, 433 रुपए मासिक निविदा भरी जाना बताते हुए अनुमानित राशि से करीब तीन हजार रुपए ज्यादा का अंकन करने के साथ वार्ता का विकल्प शेष होना बताया गया। ऐसे में निविदाओं को निरस्त किए जाने को सवालिया बताया गया।
ठेकेदारों ने खड़े कर दिए थे हाथ
वर्तमान में कार्य कर रहे ठेकेदार मैसर्स योगेश कुमार शर्मा ने 5 मई को 31 मई पश्चात जोन एक से कचरा परिवहन नहीं करने का पत्र प्रेषित किया। इसी प्रकार बालाजी एण्ड संस के ठेकेदार ने 20 मार्च को ही 31 मार्च के बाद जोन 2 व 3 से कचरा परिवहन का कार्य नहीं करने के लिए अल्टीमेटम दे दिया। बालाजी एण्ड संस की ओर से नवीन निविदा प्रक्रिया में भाग लेने के बावजूद सफल नहीं हुआ। बालाजी एण्ड संस ने 11 मई को कार्य जारी रखने के लिए मुख्य लेखाधिकारी के नाम पत्र लिखा गया।
वर्तमान में कार्य कर रहे ठेकेदार मैसर्स योगेश कुमार शर्मा ने 5 मई को 31 मई पश्चात जोन एक से कचरा परिवहन नहीं करने का पत्र प्रेषित किया। इसी प्रकार बालाजी एण्ड संस के ठेकेदार ने 20 मार्च को ही 31 मार्च के बाद जोन 2 व 3 से कचरा परिवहन का कार्य नहीं करने के लिए अल्टीमेटम दे दिया। बालाजी एण्ड संस की ओर से नवीन निविदा प्रक्रिया में भाग लेने के बावजूद सफल नहीं हुआ। बालाजी एण्ड संस ने 11 मई को कार्य जारी रखने के लिए मुख्य लेखाधिकारी के नाम पत्र लिखा गया।
मामले की शिकायत मिलने पर महापौर की ओर से निगम आयुक्त को निविदाएं निरस्त करने की प्रक्रिया किसी पार्टी को फायदा पहुंचाने के लिए नहीं किए जाने को सुनिश्चित करने के निर्देश दिया जाना बताया गया है। प्रकरण में निगम आयुक्त चिन्मयी गोपाल से संपर्क करने की एकाधिक मर्तबा कोशिश किए जाने के बावजूद उनके द्वारा कॉल रिसीव नहीं किया गया गया।
इनका कहना है. . .
निगम की ओर से आमंत्रित की गई निविदाओं में भाग लेने वाले ठेकेदारों ने पत्र लिखकर बताया कि कोविड 19 को लेकर निविदा निरस्त की जा रही है। जबकि सभी प्रक्रिया पहले ही पूरी हो गई है। निगम हित में उनसे वार्ता करनी चाहिए। निगम प्रशासन की ओर से चहेतों को उपकृत करने का प्रयास किया है। पत्र से निगम महापौर धर्मेन्द्र गहलोत को अवगत कराया है।
निगम की ओर से आमंत्रित की गई निविदाओं में भाग लेने वाले ठेकेदारों ने पत्र लिखकर बताया कि कोविड 19 को लेकर निविदा निरस्त की जा रही है। जबकि सभी प्रक्रिया पहले ही पूरी हो गई है। निगम हित में उनसे वार्ता करनी चाहिए। निगम प्रशासन की ओर से चहेतों को उपकृत करने का प्रयास किया है। पत्र से निगम महापौर धर्मेन्द्र गहलोत को अवगत कराया है।
– सम्पत सांखला, उप महापौर नगर निगम