जबरदस्त ट्रेफिक और भीड़ वाले आगरा गेट पर एयर क्वालिटी इंडेक्स पिछले 20 दिन से 50 से 65 के बीच है। इसे प्रदूषण नियंत्रक मंडल के मानकों के अनुसार ठीक माना जाता है। इतना एयर क्वालिटी इंडेक्स भी सरकारी और जरूरतमंद सेवा वाले वाहनों, टैम्पो-सिटी बस-रोडवेज के संचालन से है।
करीब 7.5 लाख की आबादी वाले शहर में कचरा-गंदगी बड़ी समस्या है। नगर निगम शहर के अंदरूनी-बाहरी इलाकों से डोर टू डोर कचरा संग्रहण करता है। करीब 3 से 5.5 टन कचरा सेंदरिया ट्रेचिंग ग्राउन्ड भेजा जाता है। जयपुर रोड-स्टेशन रोड, सहित शहर की गलियां-सड़कें, वेंडर्स जोन स्वच्छ रहने लगे हैं। डोर-टू-डोर ऑटो में घरों का ही सूखा अथवा गीला कचरा एकत्रित किया जा रहा है। पिछले एक पखवाड़े में 1.5 से 2 टन कचरा ही एकत्रित हो रहा है।
आनसागर झील में कई होटल, दुकानों-फैक्ट्रियों और घरों से करीब 20 लाख लीटर गंदा पानी पहुंचता रहा है। इससे झील में प्रदूषण बढ़ गया है। हालांकि पुष्कर रोड पर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट भी लगाया गया है। जन अनुशासन पखवाड़े-रेड कफ्यज्ञ से झील में गंदे पानी की आवक कम हो गई है। घरों से निकलने वाला पानी ही इन दिनों काजी के नाले, आंतेड़-सागर विहार कॉलोनी, एस्कैप चैनल और अन्य नालों से झील में पहुंच रहा है।
10 से 15 अप्रेल तक-115 से 125 तक
15 से 20 अप्रेल-95 से 99 तक
20 से 30 अप्रेल-85 से 90
1 से 6 मई-50 से 65
(आंकड़े एयर क्वालिटी इंडेक्स में )
अजमेर में खुले कचरे में 25 से 35 प्रतिशत तक कमी, आनासागर झील में गंदे पानी की करीब 25 प्रतिशत कमी हुई है। पिछले साल लॉकडाउन की तरह कोरोना संक्रमण में जन अनुशासन पखवाड़ा पर्यावरण को फायदा पहुंचा रहा है। हम नियमित रूप से छोटे-छोटे प्रयास करें, तो पर्यावरण को स्वच्छ रख सकते हैं।
डॉ. आलोक चतुर्वेदी, रीडर केमिस्ट्री