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अजमेर

ऐसा क्या राज छुपा था कुलपति के नाम में, फैसला लेने में राज्यपाल के भी छूट गए पसीने

दो दिन तक असमंजस की स्थिति बनी रही। उच्च शिक्षा विभाग से लेकर विश्वविद्यालय तक अटकलों के दौर चले।

अजमेरApr 18, 2018 / 03:42 pm

raktim tiwari

VC appointment issue in ajmer

VC appointment issue in ajmer

काफी ऊहापोह के बाद आखिर राजभवन ने महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय के स्थायी कुलपति नियुक्ति के आदेश जारी कर दिए। राज्यपाल कल्याण सिंह ने प्रो. विजय श्रीमाली को महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किया है। सोमवार को प्रो. श्रीमाली की कुलपति नियुक्ति की पत्रावली सीएमओ से मंजूरी के बाद राजभवन पहुंच गई थी। लेकिन राजभवन ने उनकी नियुक्ति आदेश जारी नहीं किए।
इसको लेकर दो दिन तक असमंजस की स्थिति बनी रही। उच्च शिक्षा विभाग से लेकर विश्वविद्यालय तक अटकलों के दौर चले। आखिर शाम को राजभवन ने पत्रावली पर फैसला लिया। राज्यपाल कल्याण सिंह ने महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय को तीन वर्ष या 70 साल की आयु होने तक प्रो. श्रीमाली को कुलपति नियुक्त करने के आदेश जारी किए।
मुहूर्त के अनुसार संभालेंगे पदभार
प्रो श्रीमाली 20 अप्रेल सुबह 11 बजे पदभार ग्रहण करेंगे। नियुक्ति आदेश निकलने के बाद उन्होंने उदयपुर में पुरोहितों को बुलाकर सलाह-मशविरा किया। मालूम हो कि श्रीमाली एम.कॉम और पीएचडी धारक हैं। उदयपुर के सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय में लॉ और कॉमर्स संकाय के डीन सहित अन्य पदों पर रहे हैं। उनका व्यापक शैक्षिक एवं प्रशासनिक अनुभव रहा है।
आठ महीने बाद स्थायी कुलपति
विश्वविद्यालय को करीब आठ माह बाद स्थायी कुलपति मिलेगा। तत्कालीन कुलपति प्रो. कैलाश सोडाणी का कार्यकाल 18 जुलाई को खत्म हुआ था। तब से महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. भगीरथ सिंह अतिरिक्त दायित्व संभाले हुए थे।
इस दौरान सर्च कमेटी की बैठक बीते साल 5 अक्टूबर को हुई सर्च कमेटी में किसी नाम पर सहमति नहीं बन सकी थी। बीते साल ही 30 दिसम्बर को सर्च कमेटी की दूसरी बार बैठक आयोजित हुई। फिर भी साढ़े तीन महीने से ऊहापोह की स्थिति कायम थी। गत मार्च में प्रो. श्रीमाली के नाम पर सहमति बन गई थी, लेकिन विरोधी लॉबी उनकी नियुक्ति टालने में लगी थी।
संघ के निकटतम
प्रो. श्रीमाली राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कभी निकट हैं। उनके बड़े भाई रविंद्र श्रीमाली उदयपुर नगर सुधार न्यास के अध्यक्ष हैं। प्रो. श्रीमाली पिछले करीब 30 साल संघ से जुड़े हुए हैं। उदयपुर में होने वाले संघ के करीबन सभी कार्यक्रमों में उनकी अहम भूमिका रहती है।

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