राज्य की स्मार्ट सिटी का हाल
स्मार्ट सिटी कोटा को 196 करोड़ का फंड मिला लेकिन 113.48 करोड की यूसी केन्द्र सरकार को नहीं भेजी गई।
स्मार्ट सिटी के रूप में चयनित अजमेर में लम्बे समय तक कंसल्टेंट कम्पनी का विवाद रहा। पुरानी कम्पनी हटाने और नई कम्पनी के आने के बाद भी कोई खास प्रगति नहीं हुई। बीते तीन माह लॉक डाउन की भेंट चढ़ गए। स्मार्ट सिटी के चेयरमैन अजमेर में कई बार बैठकें लेकर अधिकारियों को प्रोजेक्टों के टेंडर जल्द जारी करने के निर्देश भी दे चुके हैं लेकिन मामला आगे बढ़ता नजर नहीं आ रहा है। हर बार नई टाइम लाइन निर्धारित कर दी जाती है। कई बार टेंडर जारी करने के बाद निरस्त भी कर दिए जाते हैं। अफसर भी काम के बजाय अधिकत टाइम पास करते ही नजर आते हैं।
स्मार्ट सिटी अजमेर में अनुसार 353.92 करोड़ रूपयों के 19 प्रोजेक्ट के टेंडर प्रक्रियाधीन हैं। 187.44 करोड़ रुपए के 26 प्रोजेक्ट की डीपीआर तैयार की जा रही है। एलीवेटेड रोड के 250 करोड़ के प्रोजेक्ट सहित 310.26 करोड़ के 15 प्रोजेक्ट चल रहे हैं। 3 प्रोजेक्ट रुके हुए हैं जबकि 2 शुरु ही नहीं हो सके। करीब 20 करोड़ के 4 प्रोजेक्ट ही पूरे हो सके हैं।