पिछले कुछ वर्षों में कई लॉ कॉलेज ज्यादा वित्तीय लाभ के चक्कर में स्वीकृत सीट से ज्यादा विद्यार्थियों को दाखिले देते थे। फॉर्म भरवाने के बाद संबंधित विश्वविद्यालय भी उनकी परीक्षाएं कराती थीं। पता चलने पर यूनिवर्सिटी सिर्फ पेनल्टी वसूलकर इतिश्री कर लेती थीं। अम्बेडकर लॉ यूनिवर्सिटी इस परिपाटी को बढ़ाने की पक्षधर नहीं है।
यूनिवर्सिटी ने प्रथम वर्ष की वार्षिक परीक्षाओं की कॉपियां ऑनलाइन जंचवाने का फैसला किया है। सीबीएसई और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी समेत आरपीएससी और अन्य संस्थानों के लिए ऑनलाइन कॉपियां जांचने वाली फर्म से संपर्क किया गया है। विद्यार्थी पारम्परिक ऑफलाइन तरीके से कॉपी-पेन से परीक्षा देंगे। यूनिवर्सिटी पारम्परिक तरीक से बंडल शिक्षकों के घर भेजने के बजाय कॉपियों को ऑनलाइन जांच कराएगी। इसके लिए शिक्षकों को प्रशिक्षण देने की योजना भी बनाई गई है।
सभी लॉ कॉलेज से प्रथम वर्ष की कुल स्वीकृत सीट और उन पर हुए प्रवेश की सूचना मांगी है। इसके आधार पर एनरोलमेंट और परीक्षा फॉर्म भरवाए जाएंगे। इससे पारदर्शिता बनी रहेगी। इसके बाद परीक्षाएं कराएंगे।
प्रो.देवस्वरूप, कुलपति डॉ. भीमराव अम्बेडकर लॉ यूनिवर्सिटी