सहायक औषधि नियंत्रक ईश्वर सिंह यादव ने बताया कि विभाग के रविन्द्र सिंह ने वैशालीनगर स्थित मैसर्स शिवकृपा मेडिकल्स का निरीक्षण किया, जिसमें पाया कि बिना फार्मासिस्ट के औषधियों का विक्रय किया जा रहा था और कारण बताओ नोटिस का जवाब संतोषजनक ना देने पर फर्म को जारी औषधि अनुज्ञापत्रों को 5 दिन 22 से 26 जुलाई के लिए निलम्बित किया गया। इसी तरह गुलाब बाड़ी तेजाजी की देवली के पास मैसर्स राधे एसोसिएट का निरीक्षण ओमप्रकाश की ओर से किया गया। यहां फर्म विक्रय बिलों की कार्बन प्रतियां नहीं रख रही थी और क्रय बिलों का संधारण नियमानुसार नहीं था। कारण बताओ नोटिस का संतोषपूर्वक नहीं पाए जाने पर फर्म को जारी औषधि अनुज्ञापत्रों को दो दिन 29 से 30 जुलाई तक के लिए निलम्बित किया गया है।
विभाग की ओर से निरीक्षण में खुल रही पोल शहर सहित जिलेभर में जिला औषध विभाग की ओर से लगातार निरीक्षण किया जा रहा है। इसके तहत मेडिकल स्टोर पर फार्मासिस्ट का नियुक्ति के साथ ही क्रय एवं विक्रय बिलों के संधारण सहित अन्य दस्तावेज की जानकारी भी ली जा रही है। जहां अनियमितता पाई जा रही है वहां अनुज्ञा पत्रो के निलम्बन की कार्रवाई की जा रही है। शहर के कुछ मेडिकल स्टोर पर फार्मासिस्ट कुछ समय रहते हैं और बाद रवाना हो जाते हैं। ऐसे में परेशानी उत्पन्न हो सकती है।