कचहरी रोड और आगरा गेट से स्टेशन रोड तक एलिवेटेड रोड कार्य चल रहा है। स्टेशन रोड, आगरा गेट पर पिलर निर्माण और पाइप लाइन शिफ्टिंग के चलते पिछले चार महीने से केसरगंज से पड़ाव, कवडंसपुरा मदार गेट होकर यातायात संचालित किया जा रहा है। यहां कई बार यातायात जाम की स्थिति रहती है।
रोड पर पैदल घूमे एसपी
एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने केसरगंज से आगरा गेट तक रूट चेक किया। वे बाजार में पैदल घूमे। इस दौरान पड़ाव, कवडंसपुरा, मदार गेट और अन्य इलाकों में हाथ ठेले और वाहन खड़े मिले। उन्होंने यातायात विभाग को तत्कालठेले और वाहन हटाने को कहा। एसपी ने साफ किया कि एलिवेटेड कार्य लम्बा चल सकता है। ऐसे में वैकल्पिक मार्ग पर सुगमता से यातायात चलना चाहिए। यातायात विभाग की टीआई सुनीता गुर्जर और अन्य मौजूद रहे।
एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने केसरगंज से आगरा गेट तक रूट चेक किया। वे बाजार में पैदल घूमे। इस दौरान पड़ाव, कवडंसपुरा, मदार गेट और अन्य इलाकों में हाथ ठेले और वाहन खड़े मिले। उन्होंने यातायात विभाग को तत्कालठेले और वाहन हटाने को कहा। एसपी ने साफ किया कि एलिवेटेड कार्य लम्बा चल सकता है। ऐसे में वैकल्पिक मार्ग पर सुगमता से यातायात चलना चाहिए। यातायात विभाग की टीआई सुनीता गुर्जर और अन्य मौजूद रहे।
हटेगा फुट ओवरब्रिज
स्टेशन रोड पर बना फुट ओवरब्रिज को हटाया जाएगा। यह ब्रिज जर्जर हो चुका है। इसे हटाकर यहां अंडर पास बनाया जाएगा। अंडर पास रेलवे स्टेशन को मदार गेट से जोड़ेगा। स्टूडेंट्स के कैसे देंगे नंबर मार्कशीट बनाना भी चुनौती
स्टेशन रोड पर बना फुट ओवरब्रिज को हटाया जाएगा। यह ब्रिज जर्जर हो चुका है। इसे हटाकर यहां अंडर पास बनाया जाएगा। अंडर पास रेलवे स्टेशन को मदार गेट से जोड़ेगा। स्टूडेंट्स के कैसे देंगे नंबर मार्कशीट बनाना भी चुनौती
अजमेर. राज्य सरकार के स्नातक/स्नातकोत्तर परीक्षाएं नहीं कराने के फैसले से उच्च शिक्षण संस्थानों की परेशानियां बढऩा तय हैं। दरअसल वार्षिक परीक्षा प्रणाली के तहत विद्यार्थियों को बकाया पेपर के अंक देना और अंकतालिकाएं बनाना आसान नहीं है। कई विषयों में सेमेस्टर परीक्षाएं भी नहीं हुई हैं। ऐसे में यूजीसी और मानव संसाधन विकास मंत्रालय के निर्देश ही मदद कर सकते हैं।
मदस विश्वविद्यालय सहित राज्य के जोधपुर, बीकानेर, जयपुर, उदयपुर और अन्य विश्वविद्यालयों में स्नातक तृतीय वर्ष और स्नातकोत्तर स्तरीय परीक्षाएं अगले सप्ताह से कराई जानी थीं। शनिवार को सीएम अशोक गहलोत की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय बैठक हुई। इसमें उच्च, तकनीकी विश्वविद्यालयों-कॉलेज की स्नातक/स्नातकोत्त परीक्षाएं नहीं कराने का फैसला किया गया।