कोरोना (
corana) माहामारी के कारण यह पहला मौका है जब ख्वाजा उस्मान हारूनी के उर्स में जायरीन शिरकत नहीं कर सकेंगे। केवल पासधारी लागों को ही दरगाह में प्रवेश की अनुमति रहेगी। गौरतलब है कि हर साल हारूनी के उर्स में एक लाख से अधिक जायरीन शिरकत करते हैं। इस बार लॉकडाउन के चलते 20 मार्च से ही दरगाह में आम जायरीन का प्रवेश बंद है। अंजुमन सचिव वाहिद हुसैन अंगारा शाह ने बताया कि शुक्रवार रात दरगाह में उर्स की महफिल होगी। दूसरे दिन शनिवार को तड़के 4 बजे जन्नती दरवाजा खोला जाएगा जो कि दोपहर २.३० बजे तक खुला रहेगा। शनिवार को सुबह नौ बजे ख्वाजा साहब की महाना छठी के मौके पर दुआ होगी। दोपहर में कुल की रस्म के साथ उर्स सम्पन्न होगा।
पुलिस सतर्क : नहीं खुला लॉकडाउन, ना आए जायरीन अजमेर. ईद पर बड़ी संख्या में दरगाह में प्रवेश करके नमाज अदा करने की घटना के बाद पुलिस प्रशासन अब पहले से सतर्क है। पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप ने गुरुवार को दरगाह कमेटी नाजिम शकील अहमद व अंजुमन सचिव वाहिद अंगारा से छठी शरीफ(उस्मान हारूनी के उर्स) को लेकर चर्चा की। उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि लॉकडाउन खुला नहीं है। ऐसे में उर्स में कोई जायरीन ना आए।
एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने नाजिम शकील अहमद, अंजुमन सचिव वाहिद अंगारा से उस्मान हारूनी के उर्स को लेकर वार्ता की। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन अभी ३१ मई तक रहेगा। केन्द्र, राज्य सरकार ने अभी दरगाह समेत समस्त इबादतगाहों को लॉकडाउन से मुक्त नहीं किया है। ऐसा ना हो कि उस्मान हारूनी के दो दिवसीय उर्स में देशभर से जायरीन अजमेर दरगाह पहुंच जाए। उन्होंने एसपी को विश्वास दिलाया कि राज्य सरकार व पुलिस प्रशासन की ओर से पूर्व में तय नियमों के अनुसार दरगाह व उर्स में रस्म अदा की जाएगी।
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मांगी तथ्यात्मक रिपोर्ट दरगाह में ईद पर बड़ी संख्या में लोगों के प्रवेश करने और सोशल डिस्टेंसिंग की पालना ना कर नमाज अदा करने के मामले में जिला प्रशासन ने दरगाह थाना व दरगाह कमेटी से तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है। गौरतलब है कि दरगाह में नमाज के दौरान सोशयल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं किया जाने का मामला सामने आया था।
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