Kuchaman city : वाह रे शिक्षा नगरी हिन्दी तक सही नहीं
सरकारी स्कूल और कार्यालय के बाहर लगे बोर्ड पर अशुद्ध लिखी हिन्दी कुचामनसिटी शिक्षा नगरी के नाम से वियात
Kuchaman city : वाह रे शिक्षा नगरी हिन्दी तक सही नहीं
हिमांशु धवल
कुचामनसिटी. नागौर जिले की कुचामनसिटी शिक्षा नगरी के नाम से वियात है, लेकिन सरकारी कार्यालय पर लिखी अशुद्ध हिन्दी ही शिक्षा नगरी का नाम बिगाड़ रही है।
शहर में संचालित स्कूल, कॉलेज, डिफें्रस, कोचिंग सेन्टर और आईटीआई आदि संचालित होती है।इसमें हजारों की तादात में राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से आए बच्चे पढ़ाई करते है। इसके चलते प्रतिदिन सैकडों लोग कुचामन आते है। ऐसे में सरकारी स्कूल और सरकारी कार्यालय के बाहर लिखी अशुद्ध हिन्दी शिक्षा नगरी की छवि को धूमिल कर रही है। बाहर से आने वाले लोग इन अशुद्धियों को पढक़र अपने आप को ठगा सा महसूस करते है। इसमें मुय बात यह है कि एक सरकारी स्कूल के बाहर गेट पर लिखे नाम की मात्रा गलत लिखी हुई है। इसके बावजूद इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
यह अशुद्ध लिखा
– सुरजमल भोमराजका राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल।
– स्टेशन रोड पर थाने के बाहर बने स्मारक पर शहिद फैज मोहमद लिखा है।
– अधिषाशी अभियंता सार्वजनिक निर्माण विभाग के बाहर लिखा है।
– कार्यालय-उप पंजीयक पंजीयन एवं मुन्द्राक अंकित है।
होना यह चाहिए
– सूरजमल भोमराजका राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल।
– स्टेशन रोड पर बने स्मारक पर शहीद फैज मोहमद
– अधिशाषी अभियंता सार्वजनिक निर्माण विभाग
– कार्यालय उप पंजीयक पंजीयन एवं मुद्रांक
इनका कहना है…
हिन्दी हमारी मातृभाषा है। हिन्दी सभी को पढ़ाना और लिखना आना चाहिए। वह भी शुद्ध। अखबार नियमित रूप से पढऩे वालों की हिन्दी अच्छी होती है। राष्ट्रभाषा दिवस पर हिन्दी की प्रतियोगिताओं को भी आयोजन किया जाता है। जहां-जहां पर अशुद्ध हिन्दी लिखी गई है उसे सही कराया जाना चाहिए।
– गुलाबचन्द्र शर्मा, शिक्षाविद् व अध्यक्ष कुचामन पुस्तकालय कुचामनसिटी।
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