script‘अपने आशियाने’ की हसरत में गुजरे कई साल. .डेढ़ दशक से अटकी हैं दो टाउनशिप | Many years were spent in longing for 'my home'. Two townships are stuc | Patrika News
अजमेर

‘अपने आशियाने’ की हसरत में गुजरे कई साल. .डेढ़ दशक से अटकी हैं दो टाउनशिप

पृथ्वीराज नगर व विजयाराजे नगर में पेयजल लाइन का काम अधूरा
अजमेर विकास प्राधिकरण की दो बहुप्रतीक्षित आवासीय योजनाएं 16 सालों से धरातल पर नहीं उतर सकी हैं। अभी तक यहां सड़क-पानी जैसी मूलभूत सुविधाएं तक नहीं जुटाई जा सकी हैं।

अजमेरApr 14, 2024 / 11:58 pm

Dilip

'अपने आशियाने' की हसरत में गुजरे कई साल. .डेढ़ दशक से अटकी हैं दो टाउनशिप

‘अपने आशियाने’ की हसरत में गुजरे कई साल. .डेढ़ दशक से अटकी हैं दो टाउनशिप

अजमेर विकास प्राधिकरण की दो बहुप्रतीक्षित आवासीय योजनाएं 16 सालों से धरातल पर नहीं उतर सकी हैं। अभी तक यहां सड़क-पानी जैसी मूलभूत सुविधाएं तक नहीं जुटाई जा सकी हैं। फिलहाल यहां पेयजल आपूर्ति के लिए दो टंकियों का निर्माण होता जरूर नजर आ रहा है। कोढ़ में खाज यह कि भूमि के कुछ खसरे खातेदारी के होने के कारण काूननी व कब्जे के विवाद, भूमि के बदले भूमि विवादों में योजना पिछले कई सालों से साकार नहीं हो सकी है। पृथ्वीराज नगर योजना 2007 की है जबकि इससे सटी विजयाराजे नगर योजना 2018 में लॉन्च की गई थी।
अतिक्रमण हटाए, व्यावसायिक भूखंडों की होगी नीलामी

गत माह कार्रवाई करते हुए एडीए ने योजना क्षेत्र में खेती को साफ कर पानी की टंकी निर्माण के लिए जलदाय विभाग को भूमि उपलब्ध कराई है। यहां सीवरेज व पाइप लाइन का कार्य शेष है। इसके बाद सड़क का डामरीकरण होगा। फिलहाल ग्रेवल सड़क है।30 करोड़ कुल लागत
2 – दो उच्च जलाशय मय मेन सप्लाई पाइप लाइन घरों के कनेक्शन तक5 लाख लीटर की पानी की टंकी – पृथ्वीराज नगर

2 लाख लीटर की पानी की टंकी – विजयाराजे सिंधिया नगर
——————————————————————–

योजना एक नजर में

– 2005 में माकड़वाली, चौरसियावास व आसपास के गावों की भूमि अवाप्त- 2007 में 1100 प्लॉट की योजना लॉन्च

– 60 फीसदी खातेदारों को भूमि के बदले भूमि दी जा चुकी है- 40 फीसदी को मुआवजे का इंतजार
2005 में अवार्ड जारी, समय पर नहीं देने से बढा विवाद

15 प्रतिशत – स्वामित्व की भूमि के बदले भूमि का सरकारी फरमान25 प्रतिशत – खातेदारों की भूमि की मांग

45 खातेदार कोर्ट पहुंचे33 केवी जीएसएसए डिस्कॉम ने लगाया
6.28 करोड़ रूपए – जीएसएस की लागत

—————————————————————-

पृथ्वीराज नगर योजना

21 सितम्बर 2007 – योजना की मंजूरी.

1435 बीघा भूमि में प्रस्तावित 385.13 एकड़2705 – कुल भूखंड

1010 – आवासीय भूखंड की लॉटरी
20 अक्टूबर 2007 – प्रथम चरण में भूखंड की लॉटरी

8 से 10 – अब तक मकान बने

15 जून 2022 – 31 करोड़ रुपये की जलदाय विभाग को लाइन डाले जाने के लिए मंजूरी
2024 – मार्च माह में टंकी निर्माण कार्य अब शुरू हुआ (ओवरहेड वाटर टैंक)

——————————————————————————————————————-

विजयाराजे नगर योजना

– 536 – कुल आवासीय भूखंड- 446 लॉटरी से भूखंड आवंटित

-13 व्यावसायिक – व्यावसायिक भूखंड- 45 वर्गमीटर से लेकर 540 वर्ग मीटर तक के भूखंड (आय वर्ग अनुसार)
8.5 किमी रेलवे स्टेशन से दूरी7.0 – बस स्टैंड से सात किलोमीटर

– रेरा के तहत पंजीकृत एडीए की पहली योजना

——————————————————————————–

भूखंड साइज और प्राप्त आवेदन

क्षेत्रफल उपलब्ध भूखंड प्राप्त आवेदन
42 वर्ग मी. 173 2217

72 वर्ग मी. 34 192

90 वर्ग मीटर. 21 504

112.50 वर्ग मी. 111 438

175.50 वर्ग मी. 88 409

252 वर्ग मी. 7 119
420 वर्ग मी. 6 44

540 वर्ग मी. 6 40

कुल 446 — 3963 क्षेत्रफल

Home / Ajmer / ‘अपने आशियाने’ की हसरत में गुजरे कई साल. .डेढ़ दशक से अटकी हैं दो टाउनशिप

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो