यह भी पढ़ें
RPSC: कनिष्ठ विधि अधिकारी परीक्षा की उत्तरकुंजी पर मांगी आपत्ति
परीक्षा नियंत्रक प्रो. सुब्रतो दत्ता के मुताबिक स्नातक (UG)एवं स्नातकोत्तर (PG) के नियमित/स्वयंपाठी और पूर्व विद्यार्थियों ने 2020 की मुख्य परीक्षा के लिए फार्म भरे हैं। इन विद्यार्थियों की प्रायोगिक परीक्षा संबंधित कॉलेज में 27 जनवरी से शुरू होंगी। यह भी पढ़ें
RPSC: कनिष्ठ विधि अधिकारी परीक्षा की उत्तरकुंजी पर मांगी आपत्ति
विद्यार्थियों (students) ने जिन कॉलेज में अपना परीक्षा फार्म (exam form) जमा कराया है, उन्हें प्रायोगिक परीक्षा में शामिल होने के लिए संबंधित कॉलेज प्राचार्य (principal) से संपर्क करना होगा। स्वयंपाठी विद्यार्थियों के लिए कोई पृथक सूचना जारी नहीं की जाएगी। यह भी पढ़ें
NEET: स्टूडेंट्स को दिया है मौका, नीट फॉर्म में सुधारें गलतियां
कॉलेज को निर्देशविश्वविद्यालय ने प्रायोगिक परीक्षा (experiment) को लेकर सभी कॉलेज को आवश्यक निर्देश जारी किए हैं। कॉलेज को परीक्षाओं के दौरान वांछित उपकरणों की व्यवस्था करनी होगी। विद्यार्थियों से कोई सुविधा शुल्क लेने, परीक्षकों के लिए गिफ्ट लेने अथवा दबाव बनाने, प्रायोगिक परीक्षा में गड़बड़ी पर संबंधित कॉलेज के खिलाफ कार्रवाई होगी। ऐसे कॉलेज को डिबार किया जाएगा।
यह भी पढ़ें
MDSU: दो साल से देख रहे कलैंडर, जाने कब होगा ये काम…
जन सरोकारों को देनी चाहिए प्राथमिकता अजमेर. साहित्य और पत्रकारिता दोनों को जन सरोकारों को प्राथमिकता देनी चाहिए। इन्हें अधिकाधिक लोकधर्मी बनाया जाना चाहिए। ये बात राजस्थान साहित्य अकादमी के तत्वावधान में श्रमजीवी कॉलेज में आयोजित संगोष्ठी में सामने आए। साहित्य और पत्रकारिता के संबंधअतीत व वर्तमान विषय पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी में पत्रकार रमेश अग्रवाल ने कहा कि पत्रकारिता और साहित्य को एक दूसरे के साहचर्य का लाभ मिलता है।