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आध्यात्मिक यात्रा मार्ग को लेकर माथापच्ची पुष्कर मेला : कार्तिक मास की एकादशी को होना ह आयोजनपुष्कर. कार्तिक मास की पवित्र प्रबोधिनी एकादशी तिथि ८ नवम्बर को प्रात: संत, महंत तथा कई धर्मानुयायियों की उपस्थिति में प्रस्तावित आध्यात्मिक पदयात्रा के मार्ग को लेकर जिला प्रशासन को काफी माथापच्ची करनी पड़ रही है। यही वजह है कि अभी तक यात्रा मार्ग को लेकर असमंजस है।
यात्रा को लेकर हुई बैठक में गुरुद्वारा के पीछे से परिक्रमा मार्ग,ब्रह्म चौक ब्रह्मा मंदिर से मेला मैदान के मार्ग तक यात्रा निकालने का सुझाव दिया था। लोगों का कहना था कि मेले (
परिक्रमा मार्ग पर गत तीन दिनों से सीवरेज का पानी बह रहा है। ऐसे में पूरा रास्ता बदहाल है। है। वैसे पालिका स्तर पर सीवरेज के पानी का बहाव रोक दिया गया है, लेकिन गीली मिट्टी कीचड़ में बदल सकती है। प्रशासन यह यात्रा पुष्कर के मुख्य बाजार से निकालने पर विचार कर रहा है। शुक्रवार को मेला मजिस्ट्रेट देविका तोमर व अतिरिक्त मेला मजिस्ट्रेट नित्या ने यात्रा मार्ग का मौका देखा। बैठक में चर्चा की गई,लेकिन अंतिम निर्णय नहीं हो पाया।
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) की भीड़ के चलते बाजार से यात्रा निकालने पर परेशानी होगी। बैठक में कुछ लोगों ने बताया था कि इस आध्यात्मिक यात्रा का मकसद मेले में आध्यात्म वातावरण के साथ-साथ संत-महंतों का सम्मान करना भी है। लोगों ने यह यात्रा गुरुद्वारा से नए रंगजी मंदिर, वराह घाट, गऊ घाट से ब्रह्मा मंदिर से मेला मैदान तक निकालने का सुझाव था। मामला जिला कलक्टर पर छोड़ दिया गया था।परिक्रमा मार्ग पर गत तीन दिनों से सीवरेज का पानी बह रहा है। ऐसे में पूरा रास्ता बदहाल है। है। वैसे पालिका स्तर पर सीवरेज के पानी का बहाव रोक दिया गया है, लेकिन गीली मिट्टी कीचड़ में बदल सकती है। प्रशासन यह यात्रा पुष्कर के मुख्य बाजार से निकालने पर विचार कर रहा है। शुक्रवार को मेला मजिस्ट्रेट देविका तोमर व अतिरिक्त मेला मजिस्ट्रेट नित्या ने यात्रा मार्ग का मौका देखा। बैठक में चर्चा की गई,लेकिन अंतिम निर्णय नहीं हो पाया।