बारादरी पर टिकट व्यवस्था के दूसरे दिन गुरुवार को पुरातत्व विभाग रिकॉर्ड 4 हजार से ज्यादा टिकट बेचकर खासा उत्साहित है। पहले दिन 3 हजार 440 टिकट बेचे गए थे। आय के हिसाब से दो दिन में पुरातत्व विभाग ने करीब दो लाख रुपए की कमाई की है। जहां अब तक दरगाह व पुष्कर आने वाले पर्यटक मुफ्त में बारादरी की सैर करते थे। गत दिनों ही केन्द्रीय पुरातत्व व सर्वेक्षण विभाग ने आनासागर बारादरी पर देशी पर्यटकों के लिए 25 रुपए व विदेशी पर्यटकों के लिए 300 रुपए का टिकट रखा है। इसमें सार्क देश के पर्यटकों को भी 25 रुपए का टिकट दिया जाएगा।
बढ़ेगी सुविधाएं पुरातत्व विभाग के संरक्षण सहायक दयानन्द गुप्ता ने बताया कि आनासार बारादरी पर पर्यटकों के लिए सुविधाएं भविष्य में और बढ़ाई जाएगी। गुरुवार को शीतल पेयजल के लिए वाटर कूलर के अलावा महिलाओं-पुरुषों के लिए टॉयलेट बनवा दिए गए हैं। इसके अलावा उनके ऑफिस में बना टॉयलेट भी पर्यटकों के लिए खोला गया है। यहां सुलभ कॉम्प्लेक्स का प्रस्ताव है लेकिन विभागीय सर्वे टीम ही स्थान का चयन करेगी।
हस्तक्षेप करने की मांग अजमेर शहर जिला कांग्रेस कमेटी महासचिव शिवकुमार बंसल, ललित भटनागर, अशोक बिंदल, चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. संजय पुरोहित, डॉ जी.एस. बुंदेला, कपिल सारस्वत ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को पत्र लिखकर आनासागर बारादरी पर 25 रुपए टिकट मामले में हस्तक्षेप की मांग की। प्रवेश शुल्क को अव्यावहारिक बताते हुए पुनर्विचार करते हुए 10 रुपए किए जाने की मांग की है।
फ्री पास की मांग अजमेर योग परिषद ने गुरुवार को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के डायरेक्टर जनरल को पत्र लिखकर योग परिषद के 24 साधकों को सुबह 5.30 से 8.30 बजे तक के लिए आनासागर बारादरी पर योगाभ्यास के लिए फ्री पास उपलब्ध करवाने की मांग की। उन्होंने कहा कि बारादरी पर टिकट व्यवस्था लागू करने से आमजन के अधिकार छीना जा रहा है। उनकी संस्था के सदस्य वर्षों से बारादरी पर योगाभ्यास कर रहे है। उन्हें नि:शुल्क पास उपलब्ध करवाए जाएगा।
खोलें बजरंगगढ़ द्वार, लगाएं टिकट काउंटर अजमेर. आनासागर बारादरी पर टिकट को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने गुरुवार को प्रदर्शन किया। छात्रों ने आमजन की सुविधार्थ बजरंगगढ़ स्थित द्वार को खोलने और टिकट काउंटर लगाने की मांग की। प्रदेश सहमंत्री मेहुल गर्ग ने बताया कि आनासागर बारादरी पर स्वच्छता के लिहाज से भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने शुल्क लगाया है। इस व्यवस्था से शहरवासियों को कोई परेशानी नहीं है, लेकिन विभाग ने बजरंगगढ़ स्थित प्रवेश द्वार बंद कर दिया है। इससे लोगों की दिक्कतें बढ़ गई हैं। विभाग को आमजन की सुविधार्थ यह द्वार खोलकर टिकट काउंटर लगाना चाहिए।