इस बार छात्र 23 हजार 934 रजिस्टर्ड थे। इनमें से 23 हजार 648 ने परीक्षा दी। जबकि 21 हजार 942 विद्यार्थी पास हुए हैं। छात्राएं12 हजार 615 रजिस्टर्ड थीं। इनमें से 12 हजार 520 ने परीक्षा दी। जबकि 12, 137 छात्राएं पास हुई हैं।
पिछले साल से कॉमर्स संकाय में 4 प्रतिशत अधिक विद्यार्थी पास ज्यादा हुए हैं।
पिछले साल से कॉमर्स संकाय में 4 प्रतिशत अधिक विद्यार्थी पास ज्यादा हुए हैं।
2018 की स्थिति
वाणिज्य वर्ग में 20 हजार 490 विद्यार्थी प्रथम श्रेणी, 15 हजार 874 द्वितीय, 1 हजार 923 तृतीय श्रेणी और 75 सिर्फ उत्तीर्ण रहे थे। 1 हजार 949 के सप्लीमेंट्री आई थी। नियमित विद्यार्थियों का रिजल्ट 91.93 प्रतिशत और स्वयंपाठी का 28.26 प्रतिशत रहा था।
2019 की स्थिति
वाणिज्य वर्ग में 21 हजार 124 विद्यार्थी प्रथम श्रेणी, 14 हजार 765 द्वितीय, 2हजार 90 तृतीय श्रेणी और 116 सिर्फ उत्तीर्ण रहे थे। 1 हजार विद्यार्थियों सप्लीमेंट्री आई थी। नियमित विद्यार्थियों का रिजल्ट 92.06 प्रतिशत और स्वयंपाठी का 44.72 प्रतिशत रहा था।
वाणिज्य वर्ग में 21 हजार 124 विद्यार्थी प्रथम श्रेणी, 14 हजार 765 द्वितीय, 2हजार 90 तृतीय श्रेणी और 116 सिर्फ उत्तीर्ण रहे थे। 1 हजार विद्यार्थियों सप्लीमेंट्री आई थी। नियमित विद्यार्थियों का रिजल्ट 92.06 प्रतिशत और स्वयंपाठी का 44.72 प्रतिशत रहा था।
सीबीएसई के रिजल्ट का इंतजार, कई इंस्टीट्यूट की टिकी है नजरें अजमेर. सीबीएसई दसवीं और बारहवीं के नतीजों का विद्यार्थियों को इंतजार है। आईआईटी, एनआईटी, मेडिकल-इंजीनियरिंग कॉलेज सहित कई उच्च शिक्षण संस्थानों की नजरें भी परिणाम पर टिकी हैं। बोर्ड के नतीजों के अनुसार संस्थानों में प्रवेश होंगे।परिजनों की सुप्रीम कोर्ट में याचिका के बाद बोर्ड ने दसवीं-बारहवीं की परीक्षाएं स्थगित कर चुका है। दसवीं और बारहवीं में 30 लाख 96 हजार 771 विद्यार्थी पंजीकृत हैं।