scriptछुप कर कोर्ट मैरिज करने के मामलों में कमी | Reduction in cases of concealed court marriage | Patrika News
अजमेर

छुप कर कोर्ट मैरिज करने के मामलों में कमी

ajmer news : सोशल मीडिया के प्रभाव से समाज में आ रहे बदलाव के चलते बदल रही सोच और तौर-तरीकों के कारण कोर्ट के जरिये होने वाले प्रेम विवाह के मामलों का ग्राफ गिरने लगा है।

अजमेरFeb 14, 2020 / 02:09 am

युगलेश कुमार शर्मा

अजमेर. सोशल मीडिया के प्रभाव से समाज में आ रहे बदलाव के चलते बदल रही सोच और तौर-तरीकों के कारण कोर्ट (cort) के जरिये होने वाले प्रेम विवाह के मामलों का ग्राफ गिरने लगा है। रोचक यह भी कि अमूमन परिजनों की सहमति नहीं होने से प्रेम विवाह (love marriage) को विवश होने वाले युगल के परिवार वाले भी अधिसंख्य मामलों में रज़ामंद होने लगे हैं। यह स्थिति कमोबेश अंतरजातीय और सजातीय दोनों ही तरह के प्रेम विवाह के मामलों में देखी जा सकती है। मैरिज रजिस्ट्रार का काम देखने वाले अतिरिक्त कलक्टर कार्यालय में पहले जहां घर वालों की असहमति के कारण छुप कर शादी करने वालों की संख्या ज्यादा थी, वहीं अब इनकी तादाद में कमी आई है। अब दोनों ही स्थिति में परिजनों की सहमति मिलने लगी है। बीते चार सालों में कोर्ट मैरिज के आंकड़ों में लगातार गिरावट दर्ज की गयी है। इस अवधि के आंकड़ों पर गौर करें तो कोर्ट मैरिज के मामलों में साल-दर-साल तरकरीबन तीस प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है।
मैरिज कोर्ट

वर्ष 2016 में 54
2017-49

2018-37

2019-39

2020-19 (अभी तक )

समाज अपनाने लगा है
युवाओं में सोशल मीडिया के बढ़ते चलन के चलते बच्चों पर नियंत्रण और नजर रखना हर वक्त संभव नहीं होने के कारण भी प्रेम विवाह को परिजनों द्वारा स्वीकार किया जाने लगा है। जिससे प्रेम विवाह के कोर्ट में कम मामले आने लगे हैं।
इनका कहना है

लव मैरिज के मामलों में समाज में जागरूकता आई है। अब जातिबंधन और अंधविश्वास को छोड़कर लड़के-लड़की की पसंद को अपनाया जाने लगा है। कोर्ट में हो रही शादियों के अधिसंख्य मामले कॉमन वर्क प्लेस पर काम करने वालों के ही होते हैं।
सुरेश सिंधी, अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर)
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो