REET में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को अध्यापक पात्रता के लिए तीन वर्ष के लिए प्रमाण-पत्र जारी किया जाएगा। पूर्व में आरटेट और रीट दे चुके अभ्यर्थी अपने परिणाम उन्नयन के लिए भी फिर से रीट परीक्षा में बैठ सकते हैं। इसके लिए उन्हें आवेदन करना होगा।
अध्यापक पात्रता के लिए रीट में न्यूनतम 60 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य है। राज्य सरकार के गजट नोटिफिकेशन के तहत अनुसूचित क्षेत्रों के अनुसूचित जनजाति के अभ्यर्थियों के लिए यह कट ऑफ 36 प्रतिशत है। इसके अलावा किसी भी वर्ग को न्यूनतम अंक प्रतिशत में रियायत नहीं मिलेगी।
REET के लिए ऑनलाइन Apply करते समय एक स्तर की परीक्षा के लिए 550 रुपए शुल्क चुकाना होगा। दोनों स्तर की परीक्षा के लिए परीक्षा शुल्क 750 रुपए रखा गया है।
राज्य सरकार ने फिलहाल राज्य में 25 हजार अध्यपकों की भर्ती के लिए अधिसूचना जारी की है, लेकिन परीक्षा और भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ होने से पूर्व पद की संख्या 40 हजार तक जा सकती है। राज्य के विभिन्न जिलों में अध्यापकों के खाली पद एवं भविष्य की जरूरत के मुताबिक राज्य सरकार पदों में बढ़ोतरी कर सकती है।