अब टॉडगढ़ अभयारण्य में दहाड़ेगी पदमपुरा के पास शिकार के कैचर से आजाद हुई मादा पैंथर को वन विभाग की टीम ने सोमवार शाम उपचार के बाद टॉटगढ़ अभरण्य में छोड़ दिया। अब यही उसका बाकी का जीवन बीतेगा। गौरतलब है कि अजमेर में टॉडगढ़ अभयारण्य में पहले से दर्जनों पैंथर मौजूद हैं। अब २ साल की मादा पैंथर की मां व एक मेल पैंथर (भाई) अब भी अजमेर के आसपास की पहाड़ी में विचरण कर रहे हैं। गत दिनों उन्हें भूडोल व गुढ़ा गांव के आसपास के ग्रामीण इलाकों में देखा गया था। रविवार रात माकड़वाली के निकट पदमपुरा गांव में शिकारी के कैचर में फंसने से मादा पैंथर जख्मी हो गई थी।