इस पर आरोपी ने उन्हें आश्वासन दिया कि एक माह में नौकरी लगवा देगा। लेकिन नौकरी नहीं लगने पर 20 अगस्त 2018 को उससे कहा तो उसने फिर आश्वासन दे दिया कि थोड़े दिन में नौकरी लग जाएगी। 28 सितम्बर 2018 को जब उससे मिले तो उसने कहा कि उनके दिए गए रुपए तो उससे खर्च हो गए और सारी रकम तीन माह में उन्हें लौटा देगा। उस समय उसने पांच सौ रुपए के स्टाम्प पर हस्ताक्षर करके उन्हें दिया लेकिन आरोपी ने आज तक रुपए नहीं लौटाए। कुछ दिन पूर्व आरोपी ने अभद्रता कर उसे जातिसूचक शब्दों से अपमानित भी किया। पुलिस ने आरोपी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई प्रारंभ कर दी है।
fraud : ऑनलाइन ठग कर हैं एकाउन्ट साफ