पौष की सर्दी ने सुबह से ही कंपकंपाए रखा। लोग गर्म कपड़ों में लिपटे रहे। आसमान में बादलों की टुकडिय़ां और जमीन पर ओस दिखाई दी। धूप निकलने के बाद कुछ सुकून मिला है। गलन और हवा के बर्फीले तेवर के चलते सिहरम कायम है। रात के तापमान में करीब 6 से 7 डिग्री की गिरावट बनी हुई है। अधिकतम तापमान 25.0 डिग्री रहा।
सूर्य हुआ उत्तरायण
मकर संक्रांति के बाद सूरज उत्तरायण हो चुका है। धीरे-धीरे अब दिन बड़े रात छोटी होने लगेगी। जनवरी के शुरुआत से पारे में उतार-चढ़ाव कायम है। पिछले सप्ताह घने कोहरे और ओस की बरसात हुई थी। कड़ाके ठंड के चलले12 जनवरी को तापमान 4.4 डिग्री रहा था। अब पारा 8 से 10 डिग्री के बीच घूम रहा है। मौसम विभाग के अनुसार हिमालयी इलाकों में बर्फबारी के चलते जिले में कड़ाके की ठंडक बढऩे के आसार हैं। इस दौरान पारे के ग्राफ में तब्दीली होगी।
मकर संक्रांति के बाद सूरज उत्तरायण हो चुका है। धीरे-धीरे अब दिन बड़े रात छोटी होने लगेगी। जनवरी के शुरुआत से पारे में उतार-चढ़ाव कायम है। पिछले सप्ताह घने कोहरे और ओस की बरसात हुई थी। कड़ाके ठंड के चलले12 जनवरी को तापमान 4.4 डिग्री रहा था। अब पारा 8 से 10 डिग्री के बीच घूम रहा है। मौसम विभाग के अनुसार हिमालयी इलाकों में बर्फबारी के चलते जिले में कड़ाके की ठंडक बढऩे के आसार हैं। इस दौरान पारे के ग्राफ में तब्दीली होगी।
अब डिजिटल लाइब्रेरी करेगी इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स की मदद रक्तिम तिवारी/अजमेर. राज्य के तीन इंजीनियरिंग कॉलेज के लाइब्रेरी में जल्द बदलाव नजर अएगा। अजमेर के महिला इंजीनियरिंग सहित बांसवाड़ा और झालावाड़ इंजीनियरिंग कॉलेज में डिजिटल ऑनलाइन लाइब्रेरी बनेगी। इससे विद्यार्थी, शिक्षक, शोधार्थी और विशेषज्ञ इंजीनियरिंग ब्रांच की किताबें, जर्नल और पत्र-पत्रिकाएं ऑनलाइन पढ़ सकेंगे। राज्य स्तरीय कमेटी इसकी मॉनिटरिंग करेगी।
महिला इंजीनियरिंग कॉलेज माखुपुरा, बांसवाड़ और झालावाड़ इंजीनियरिंग कॉलेज में लाइब्रेरी बनी हुई हैं। इनमें मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स, कंप्यूटर इंजीनियरिंग और अन्य ब्रांच की किताबें, जर्नल, नियमित पत्र-पत्रिकाएं और अन्य विषयों और लेखकों की पुस्तकें रखी हुई हैं। मौजूदा वक्त लाइब्रेरी का स्वरूप वैसा नहीं है, जिस तरह राज्य सचिवालय, कॉलेज, विश्वविद्यालय और अन्य शैक्षिक-सरकारी महकमों में होता है।
अब बनेगी डिजिटल-लाइब्रेरी
राज्य सरकार सभी इंजीनियरिंग कॉलेज की डिजिटल ऑनलाइन लाइब्रेरी तैयार करने के इच्छुक हैं। तकनीकी शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने इसके निर्देश दिए हैं। पायलट प्रोजेक्ट के तहत राज्य के तीन इंजीनियरिंग कॉलेज का चयन किया गया है। तीनों कॉलेज की इंजीनियरिंग और अन्य संकाय की पुस्तकें ई-फॉर्मेट में तब्दील की जाएंगी। इन्हें डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराया जाएगा।
राज्य सरकार सभी इंजीनियरिंग कॉलेज की डिजिटल ऑनलाइन लाइब्रेरी तैयार करने के इच्छुक हैं। तकनीकी शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने इसके निर्देश दिए हैं। पायलट प्रोजेक्ट के तहत राज्य के तीन इंजीनियरिंग कॉलेज का चयन किया गया है। तीनों कॉलेज की इंजीनियरिंग और अन्य संकाय की पुस्तकें ई-फॉर्मेट में तब्दील की जाएंगी। इन्हें डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराया जाएगा।