scriptweather in ajmer: तरसा रहे सावन के बादल, जुलाई में तीखी गर्मी | weather in ajmer: temprature increase in july | Patrika News
अजमेर

weather in ajmer: तरसा रहे सावन के बादल, जुलाई में तीखी गर्मी

weather in ajmer: पिछले साल कम बरसात के चलते बीसलपुर बांध खाली रह गया था। इसके चलते विभाग ने बीते वर्ष सितंबर-अक्टूबर से ही 72 घंटे के अंतराल में पेयजल आपूर्ति शुरू कर दी थी। बांध में लगातार जलस्तर घटता जा रहा है।

अजमेरJul 18, 2019 / 09:17 am

raktim tiwari

clouds scatter in ajmer

clouds scatter in ajmer

अजमेर

घटाओं ने शनिवार को भी खामोशी नहीं तोड़ी। सावन में बादल (clouds in ajmer )जमकर तरसाने में जुटे हैं। शहर और जिले से इंद्रदेव रूठ रहे। सुबह आसमान (blue sky) में बादल छाए रहे। कई बार धूप-छांव का दौर भी चला। लेकिन मानसून की सुस्ती कायम रही।
सुबह से ही आसमान पर बादल मंडराते दिखे। हवा चलने और बादलों के कारण मौसम खुशनुमा रहा। तेज धूप और गर्मी ने जमकर परेशान किया। आषाढ़ को सूखा विदा करने वाली घटाएं सावन के चौथे दिन भी तरसाती नजर आई। जिले में अब तक कहीं भी बरसात नहीं हुई। अधिकतम तापमान (temrature) 33 से 36 और न्यूनतम 25 से 28 डिग्री के बीच बना हुआ है।
read more: Water crisis: अजमेर के बुरे हाल, पाताल में चला गया यहां पानी

मानसून के बचे 73 दिन
जिले और प्रदेश में जून से सितंबर (122 दिन) के बीच मानसून (monsoon) की सक्रियता मानी जाती है। लिहाजा इस साल मानसून के 49 दिन बीत चुके हैं। अब महज 73 दिन बचे हैं। 5 से 7 जुलाई तक जिले के कई हिस्सों में झमाझम बरसात हुई थी। कुछेक तो छिटपुट फुहारें (rain shavers) ही गिरी थी। पिछले दस दिन से बारिश नदारद है। मौसम विभाग के अजमेर (ajmer) में अब तक 202 और सिंचाई विभाग (irrigation dept) के मुताबिक सौ मिलीमीटर हुई। जबकि जिले की औसत बारिश 550 मिलीमीटर मानी जाती है। इसको देखते हुए जिले को तीन सौ मिलीमीटर से ज्यादा बरसात (monsoon rain) की और जरूरत है।
read more: Save Water: बचाइए बरसात का पानी, वरना पछताएंगे एक दिन

सरकार को भेजी जलापूर्ति की आपात योजना
जलदाय विभाग (phed) ने सरकार को अजमेर जिले की पेयजल आपूर्ति (water supply) की आपात योजना का प्लान भेज दिया है। सरकार से मंजूरी मिलने के बाद इस पर अमल किया जाएगा। इसके अलावा विभाग को मानसून (monsoon) की सक्रियता का भी इंतजार है। ताकि बारिश होने पर बीसलपुर बांध में पर्याप्त पानी की आवक हो जाए। पिछले साल कम बरसात (low rainfall) के चलते बीसलपुर बांध (bislapur) खाली रह गया था। इसके चलते विभाग ने बीते वर्ष सितंबर-अक्टूबर से ही 72 घंटे के अंतराल में पेयजल आपूर्ति शुरू कर दी थी। बांध में लगातार जलस्तर (water level) घटता जा रहा है। मौजूदा वक्त इसका जलस्तर करीब 305.16 आरएल मीटर है। बांध से प्रतिदिन अजमेर को 260, जयपुर को 400 और टोंक को 20 एमएलडी पानी की सप्लाई की जा रही है। इसमें अब 2.45 टीएमसी पानी ही बचा है।
read more: कभी झमाझम तो कभी भिगोया फुहारों ने, मौसम खुशगवार

बीते पांच साल में हुई बरसात (मिलीमीटर में )

2012-520.2
2013-540
2014-545.8
2015-381.44
2016-512.07
2017- 450
2018- 325

Home / Ajmer / weather in ajmer: तरसा रहे सावन के बादल, जुलाई में तीखी गर्मी

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो