अजमेर

Weather report: सुबह से धूप में तेजी, बढ़ रही है गर्माहट

अप्रेल से जून तक सूरज की तपन धीरे-धीरे बढ़ती जाएगी।

अजमेरApr 01, 2020 / 09:36 am

raktim tiwari

weather in april

अजमेर.
चैत्र में मौसम लगातार बदल रहा है। मंगलवार को आसमान में मंडरने वाले बादल बुधवार को नजर नहीं आए।सुबह से धूप में तीखापन बना हुआ है। अब अप्रेल से जून तक सूरज की तपन धीरे-धीरे बढ़ती जाएगी। ग्रीष्म ऋतु वाले तीन महीन में तापमान का ग्राफ भी 42 से 45 डिग्री तक पहुंचने के आसार हैं।
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पश्चिम विक्षोभ के कारण पिछले सप्ताह बरसात-ओलावृष्टि से अजमेर भी भीगा था। दो दिन सामान्य रहने के बाद मंगलवार को मौसम फिर पलट गया। जिले भर में बादल मंडराते दिखे थे। बुधवार को बादलों के हटते ही धूप खिली हुई है। सूरज की गर्माहट लोगों को परेशान कर रही है। तापमान फिर से बढकऱ 33 डिग्री के पार पहुंच गया है।
अब ग्रीष्म ऋतु के महीने
ग्रीष्म ऋतु के लिहाज से अप्रेल, मई और जून प्रमुख होते हैं। हिंदू कलैंडर के अनुसार इन्हें वैशाख, ज्येष्ठ और आषाढ़ कहा जाता है। बुधवार से ग्रीष्म ऋतु की वास्तविक शुरूआत हो गई है। इस दौरान भीषण गर्मी, लू के थपेड़ों साथ-साथ तापमान में बढ़ोतरी होने के आसार हैं। इस दौरान धूल भरे अंधड़, बरसात भी होती है। मौसम विभाग ने भी इस बार ग्रीष्म ऋतु में सामान्य से 1 डिग्री ज्यादा तापमान रहने की संभावना जताई है।
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सात साल बाद हुई थी पर्याप्त बरसात
जिले की औसत बरसात 550 मिलीमीटर मानी जाती है। अजमेर जिले में 2012 से 2018 तक पर्याप्त बरसात नहीं हुई थी। लेकिन साल 2019 में मानसून जबरदस्त मेहरबान रहा। अजमेर जिले में झमाझम बरसात हुई। औसत बरसात का आंकड़ा 900 मिलीमीटर तक पहुंच गया था।
शुरू हुआ अष्टमी का भोजन, घरों में कराएंगे कन्याओं को भोजन

अजमेर. चैत्र नवरात्र जारी हैं। बुधवार को लोग अष्टमी के पूजन में जुटे हैं। इस दौरान घरों में ही कन्याओं का पूजन किया जाएगा।
लॉकडाउन के चलते इस बार लोग घरों में चैत्र नवरात्र मना रहे हैं। बुधवार को नवरात्र के आठवें दिन मां महागौरी का पूजन किया जा रहा है। विभिन्न मंदिरों और घरों में मैया की पूजा-अर्चना के दौर जारी हैं। मंदिरो में जगदम्बा, भैरूं, कुमारी पूजन, त्रिकाल, भोग आरती होगी।
अष्टमी पर घरों और मंदिरों में कन्या पूजन किया जाएगा। लोग घरों में ही कन्याओं के पैर धोकर-तिलक कर पूजा करेंगे। इसके बाद पूड़ी, काले चने की सब्जी, सूजी का हलवा, फल और अन्य भोजन कराकर श्रद्धानुसार उपहार दिए जाएंगे। लॉक डाउन के कारण शहर में आम भण्डारे नहीं हो सकेंगे।
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