नीट-जेईई में धांधली की कलई अजमेर रेंज स्पेशल टीम ने दिल्ली विकासपुरी में बहुमंजिला इमारत से अर्पित स्वामी को दबोचकर खोल दी। अर्पित को 10 सितम्बर को एएसपी विकास नेहरा के नेतृत्व में निरीक्षक राजेन्द्र कमांडो, एएसआई पवनकुमार व महिला कांस्टेबल ने पकड़ा। कमांडो के मुताबिक रातभर सफर के बाद सुबह 7 बजे विकासपुरी पहुंचे तो अर्पित की मौजूदगी व पहचान बड़ी चुनौती थी। एक किमी. दूर अर्पित का ऑफिस है। उसके एक मोबाइल की लोकेशन ऑफिस में आ रही थी। इमारत के आसपास नजर डालने पर दिल्ली नगर निगम की स्वास्थ्य विभाग की टीम फॉगिंग करते दिखी। कमांडों ने निगम टीम को 500 रुपए देकर फ्लैट में फॉगिंग के लिए राजी किया। कमांडो खुद फॉगिंग करते सेकेंड फ्लोर पर पहुंचे। उन्होंने अर्पित व उसके सामने वाले फ्लैट पर दस्तक दी। अर्पित ने गेट खोला लेकिन चैनल गेट बंद था। उसने कमांडों से अंदर से बात की। उन्होंने फॉगिंग की जानकारी देते हुए दरवाजे-खिड़कियां खुली रखने की बात कही। फॉगिंग के बाद कमांडो ने वापस भूतल पर पहुंच एएसपी नेहरा को अर्पित की मौजूदगी सहित दो विदेशी नस्ल के खूंखार कुत्तों की मौजूदगी भी बताई जिनके कार्रवाई के दौरान काटने का भी खतरा था।
कमांडो महिला कांस्टेबल को साथ लेकर पुन: पहुंचे। इस बार वह सोसायटी के गार्ड से रजिस्टर लेकर पहुंचे। उन्होंने फिर से अर्पित के फ्लैट पर दस्तक दी। अर्पित आया तो उससे फॉगिंग का फीडबैक लिया। फिर रजिस्टर में साइन के लिए उसे बाहर बुलाया। चैनल गेट खोलकर बाहर आते ही कमांडो ने अर्पित को दबोच लिया। वहीं दूसरे ही पल महिला कांस्टेबल ने फ्लैट के दरवाजा बंद कर दिया।
कमांडो ने बताया कि उसने तुरन्त पास खड़े तीन युवकों से बातचीत कर उन्हें पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन में मददगार बनने के लिए राजी कर लिया। कमांडो ने तीनों युवकों के साथ डॉ. राजन, महेन्द्र सैनी व दोनों युवतियों को दबोच लिया। इधर एएसपी नेहरा की सूचना पर आयुक्तालय की टीम भी मदद के लिए पहुंच गई। इसके बाद होटल से मेडिकोज प्रवीण मंडा, अंकित यादव, प्रद्युमन सिंह, सांवरमल व दलाल अनोज बिजारिणां को दबोचा। कमांडो ने बताया कि पुलिस कार्रवाई के बाद भी गिरोह में शामिल मेडिकोज परीक्षा देने जयपुर आए।