उन्होंने कहा कि उपखंड अधिकारी राजस्व क्षेत्र की अहम एवं सशक्त कड़ी हैं। उन्हें लोकहित एवम राजहित को ध्यान में रखते हुए न्यायिक कार्यों को पूर्ण सजगता, विधिक एवं व्यावहारिक दृष्टिकोण अपनाते हुए निष्पादित करना चाहिए। अपने कार्यकाल की श्रेष्ठ छवि स्थापित करने के लिए अधिकारियों को नवाचार अपनाने की जरूरत है। अधिकारी अपनी श्रेष्ठ कार्यक्षमता का परिचय देते हुए जनप्रतिनिधियों, सरकारी संस्थाओं, व आम जन के साथ बेहतरीन समन्वय रखते हुए विकास का आदर्श उदाहरण प्रस्तुत करें।
राजस्व मंडल अध्यक्ष ने अधिकारियों को राजस्व रिकॉर्ड अद्यतन करने पर ध्यान देने पर भी जोर दिया। इससे सार्वजनिक क्षेत्र, राजकीय विद्यालय, आंगनबाड़ी चिकित्सालय या अन्य राजकीय भवनों के उपयोगार्थ भूमि आवंटन की स्थिति में किसी प्रकार की बाधा का सामना नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने आबादी विस्तार को देखते हुए भूमि के अतिरिक्त आवंटन तथा विद्यालयों एवम खेल मैदानों के लिए भूमि आवंटन के प्रकरणों को भी प्राथमिकता देने की जरूरत बताई।
राजस्व मंडल अध्यक्ष ने कहा कि अधिकारी चरागाह भूमि को सुरक्षित रखने के लिए अतिक्रमण को हटाएं। अन्य भूमि आवंटन के मामलों में स्वयं के स्तर पर मौका देखें, पटवारी व तहसीलदार स्तर से मौका रिपोर्ट मंगवाएं जिससे कब्रिस्तान अथवा शमशान के लिए उपयोग में ली जा रही भूमि पर विवाद की स्थिति उत्पन्न ना हो।
राजेश्वर सिंह ने कहा कि उपखंड अधिकारी के स्तर पर दिए जाने वाले निर्णय अति महत्वपूर्ण हैं, उन्हें अपने बेहतरीन अनुभव, विधिक आधार, न्यायिक प्रक्रियाओं एवं व्यावहारिकता आदि तथ्यों को ध्यान में रखते हुए गुणवत्तापूर्ण, विधिसम्मत एवं विवेचनापूर्ण निर्णय लेखन पर ध्यान देना चाहिए।
श्रेष्ठ निर्णय के लिए होगा सम्मान मंडल अध्यक्ष ने कहा कि मंडल श्रेष्ठ राजस्व निर्णय लेखन के लिए प्रत्येक जिले से एक उपखंड अधिकारी को सम्मानित करेगा। उपखंड अधिकारी अपने अच्छे फैसलों को मंडल तक पहुंचाएं।
उपखंड स्तर पर सर्वाधिक प्रकरण लंबित-निबंधक
नियमित हो सुनवाई