पुलिस पर निर्दोश छात्रों को गिरफ्तार करने का आऱोप जिन्ना की तस्वीर को लेकर उठा विवाद शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। हिंदूवादी छात्र नेता अमित गोस्वामी और योगेश वार्ष्णेय को शांति भंग में गिरफ्तार करने के बाद उन पर कुछ और मुकदमे लगा दिए गए। वहीं एएमयू छात्रों पर पुलिस प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। दो हिंदूवादी छात्र नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने, उन्हें गिरफ्तार करने से हिन्दूवादी संगठन आक्रोशित है। हिंदू राष्ट्र स्वाभिमान दल के दीपक शर्मा ने कहा कि पिछले कई दिनों से एएमयू में देश विरोधी गतिविधियां चल रही थीं। यहां के छात्र आतंकी संगठन में जा रहे थे और देश के टुकड़े करने में जिन्ना की फोटो को लेकर और देश की आजादी के नारे लगाए जा रहे थे। एएमयू के छात्र जिन्ना के पदचिन्हों पर चल रहे हैं, यह देशद्रोही हैं इनको जेल में डाला जाए या पाकिस्तान भेजा जाए। हिंदूवादी लोगों ने कहा कि हम गिरफ्तारी देने के लिए एसएसपी कार्यालय जा रहे हैं, अगर देशद्रोही जेल में नहीं हो सकते तो हमें गिरफ्तार कर लिया जाए। अगर पुलिस के अधिकारी निर्दोष हिंदू भाइयों को फंसा रहे हैं तो हम लोग भी अपनी गिरफ्तारी और जेल जाने के लिए तैयार हैं।
जिन्ना की तस्वीर नहीं हटने तक गिरफ्तारी हिन्दूवादी संगठन ने कहा कि शिक्षा संस्थान से जब तक जिन्ना की तस्वीर नहीं हटाई जाएगी, हिंदूवादी संगठन के लोग गिरफ्तारी देते रहेंगे। सिटी मजिस्ट्रेट सचिन कुमार ने बताया कि के पी इंटर कॉलेज में 100 छात्रों को गिरफ्तार किया गया है और इन लोगों ने धारा 144 का उल्लंघन किया है, शांति भंग की आशंका में इन्हें गिरफ्तार किया गया है और केपी कालेज के कैंपस को अस्थाई जेल बनाकर के इन्हें गिरफ्तार किया गया है।