एएमयू छात्रों ने कहा कि पुलिस के साथ एएमयू छात्रों ने कोई अभद्रता नहीं की थी। यह सरासर झूठ है। लाठीचार्ज छात्रों के ऊपर किया गया है। घायल एएमयू छात्र जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं। एएमयू छात्र नेता नबील उस्मानी ने कहा कि यह सोची समझी साजिश के तहत बवाल खड़ा किया गया है, इससे पहले सुब्रमण्यम स्वामी का बयान आया फिर सांसद सतीश गौतम का बयान आया। दरअसल पूर्व उपराष्ट्रपति सैयद हामिद अंसारी का कार्यक्रम एएमयू में होना था जिसे रोकने के लिए ये रणनीति बनाई गई। छात्र नेता ने कहा कि पुलिस वालों पर कोई पथराव नहीं किया गया। जो चोटे लगी हैं वह छात्रों को लगी हैं, छात्र लोकतांत्रिक तरीके से आवाज उठा रहे थे। एएमयू छात्र हिंदूवादी संगठनों के खिलाफ सिविल लाइन थाने में एफआईआर दर्ज कराने जा रहे थे लेकिन उनको बीच रास्ते में रोक दिया गया और लाठी चार्ज की गई। हिंदूवादी संगठनों को जो बाबे सैय्यद गेट तक पुलिस वाले लेकर आए थे।
पूर्व एएमयू छात्रसंघ अध्यक्ष फैजुल हसन ने कहा कि हिंदूवादी संगठन एएमयू में आतंकवादियों की तरह घुसे थे और पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी पर हमला करने की फिराक में थे। बाबे सैयद गेट पर हिंदूवादी संगठनों ने एएमयू सुरक्षाकर्मी के साथ मारपीट भी की। फैजुल हसन ने कहा कि मोहम्मद अली जिन्ना पर सियासत की जा रही है। पिछले 80 सालों से जो फोटो लगी थी तब किसी ने आवाज नहीं उठाई। सांसद सतीश गौतम स्वयं एएमयू के कोर्ट मेंबर हैं उनको भी इस बारे में पता था। लेकिन 2019 के चुनाव नजदीक हैं इसलिए इस मुद्दे को उठाया गया है। उन्होंने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को बदनाम करने की साजिश की जा रही है। 2019 के चुनाव और कर्नाटक के चुनावों में ध्रुवीकरण करने की कोशिश की जा रही है। फैजुल हसन ने कहा कि भाजपा सरकार के पास विकास का कोई मुद्दा नहीं है। सांसद ने भगवाधारी गुंडों को भेजकर अटैक करवाने की कोशिश की है। फैजल ने कहा कि हम एफआईआर कराने जा रहे हैं। एएमयू छात्रों ने एफआईआर की प्रति एडीएम सिटी को सौंपी है।